एयर कंडीशनर क्या है (AC के फायदे और नुकसान, AC के पार्ट्स नाम, AC के बारे में जानकारी, एयर कंडीशनर चलाने का तरीका, How to work Air Conditioner, How Ac works, How Split ac works, Best air conditioner in india, Air conditioner in hindi)
एयर कंडीशनर क्या है (What Is Air Conditioner)
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एयर कंडीशनर एक ऐसा विद्युत यंत्र है जो आपके कमरे की गर्व हवा को ठंडी हवा में तब्दील कर देता है, इसका सरल उदाहरण हो सकता है। हमारे घर में इस्तेमाल होने वाले एयर कंडीशनर मुख्यताः दो प्रकार के होते हैं 1- Window Ac , 2- Split Ac. लेकिन कौन सा एयर कंडीशनर हमारे कमरे के लिए उपयुक्त है अक्सर हम इसका निर्णय नहीं कर पाते। लेकिन मैं आपको इस आर्टिकल में यह बताऊंगा कि आपके लिए कौन सा एयर कंडीशनर आपके कमरे के लिए उपयुक्त होगा.
एयर कंडीशनर कैसे काम करता है? ( How to work Air Conditioner)
आपके घर में लगा एयर कंडीशनर कैसे काम करता है इस को बहुत ही आसानी से आपको समझाने की कोशिश करूंगा, जैसे किसी भी एयर कंडीशनर में मुख्य चार पार्ट होते हैं-
- Evaporator
- Compressor
- Condensor
- Expansion Valve

1- Evaporator- विंडो एसी के आगे वाले भाग या स्प्लिट एसी इनडोर में लगा हुआ जाली नुमा पार्ट जिस को पतली पतली Fins और Copper Tube के द्वारा बनाया जाता है, Evaporator कहलाता है. जिसमें कंप्रेसर से आने वाली ठंडी गैस घूमती है और इन्हीं फिर से टकराकर हवा वापस कमरे में चली जाती है जिससे आपके कमरे का तापमान ठंडा हो जाता है।
2- Compressor- किसी भी इसी में लगा कंप्रेसर हमारे हृदय की तरह काम करता है, evaporator से वापस आ रही गर्म गैस को Compress करके आगे की तरफ Condensor में भेजता है उसे कंप्रेसर कहते हैं. कंप्रेसर का मुख्य काम Refrigerant को घुमाते रहना है.
3- Condensor- इसका मुख्य काम कंप्रेसर से आ रही High Compressed Refrigerant Gas में से Heat बाहर निकाल कर रेफ्रिजरेंट को Liquid के रूप में बदलना होता है।
4- Expansion Valve – यह कंडेनसर से आ रही High Compressed Refrigerant Liquid को गैस में बदलता है और यह निर्धारित करता है कि कब और कितनी गैस आगे Evaporator में भेजनी है, जिससे हमारा कमरा या घर की गर्म हवा ठंडी हवा में बदल जाती है।
अभी तक आपने जाना है कि ऐसी क्या है और कैसे काम करता है उम्मीद है यहां तक आपको आसानी से समझ में आ चुका होगा अब आगे चलते हैं कि एसी कितने प्रकार के होते हैं?
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AC कितने प्रकार के होते हैं (Type Of Air Conditioner)
घर में लगने वाले मुख्यतः दो प्रकार के एयर कंडीशनर होते हैं, 1- Window Air Conditioner, 2- Split Air Conditioner, लेकिन अक्सर हम निर्णय नहीं कर पाते कि हमारे कमरे के लिए कौन सा ऐसी उपयुक्त होगा तो आपकी ऐसी दुविधा को मैं इस लेख के माध्यम से समाप्त कर दूंगा कि कौन सा Air Conditioner आपके लिए सही होने वाला है-
Window Air Conditioner- ऐसे Air Conditioner जिन्हे कमरे की खिड़कियों पर इनस्टॉल किया जाता है उसे Window Air Conditioner कहते हैं विंडो एसी स्प्लिट एसी की तुलना में कम कीमत के होते हैं लेकिन जहां पर Split AC लगाने की जगह नहीं होती वह विंडो एसी लगानी पड़ती है, लेकिन विंडो एसी के कुछ नुकसान भी हैं जैसे कि आपकी कमरे में एक ही खिड़की है जहां पर WAC लगने के बाद खिड़की हमेशा के लिए बंद हो जाती है जिसका इस्तेमाल हम धूप लेने या ताजी हवा के लिए नहीं कर सकते हैं।

अगर आपके कमरे में एक से ज्यादा खिड़की है तो विंडो एसी लगवा सकते हैं अन्यथा Split Air Conditioner को ही प्राथमिकता देनी चाहिए हालांकि स्प्लिट एसी विंडो एसी की तुलना में थोड़ी ज्यादा कीमत के होते हैं और इनके फिटिंग करवाने का चार्ज भी विंडो एसी की तुलना में थोड़ा सा ज्यादा होता है। इसके अलावा विंडो एसी स्प्लिट एसी के समकक्ष आवाज ज्यादा करते हैं। क्योंकि इसके सारे पार्ट एक ही यूनिट में फिट किए जाते हैं और Split Air Conditioner में पार्ट दो यूनिट में बट जाते हैं।
Split Air Conditioner – स्प्लिट एसी में मुख्य 2 भाग होते हैं पहला इंडोर और दूसरा आउटडोर यूनिट, इनडोर यूनिट कमरे के अंदर दीवार पर लगाया जाता है जबकि आउटडोर यूनिट दीवार के सहारे या छत पर लगाया जाता है जिसमें कंप्रेसर लगा होता है जबकि इंडोर यूनिट में Evaporator और Fan लगा होता है।

कमरे के अंदर स्प्लिट एसी लगवाने का मुख्य फायदा यह है कि आपके कमरे की खिड़की हमेशा खुली रहती है जिससे आप प्राकृतिक हवा या धूप ले सकते हैं और विंडो एसी की तुलना में स्प्लिट एसी से ध्वनि भी कम आती है जिससे कमरे के अंदर रहने वाले व्यक्ति पर किसी प्रकार का कोई Air Conditioner के पंखे की ध्वनि फर्क नहीं डालती।
कमरे में कितने टन का एसी लगवाना चाहिए ?
अगर आपके कमरे का क्षेत्रफल 120 स्क्वायर फीट तक है तो आप 1 टन का एसी उस कमरे में लगवाए और अगर दूसरे कमरे का क्षेत्रफल 150 स्क्वायर फीट है तो आप 1.5 टन का एसी लगवा सकते हैं इसके अलावा अगर अपने ड्राइंग रूम में एसी लगवाना चाहते हैं जिसका क्षेत्रफल 200 स्क्वायर फुट के आसपास है तो वहां के लिए 2 टन का एसी उपयुक्त माना जाता है।
लेकिन अगर आपके कमरे की दीवारों पर दिन में धूप ज्यादा देर तक रहती है और आपका Air Conditioner का इस्तेमाल दिन में भी करना है तो आपको 120 स्क्वायर फीट के क्षेत्रफल वाले कमरे के लिए टन का एसी लगवाना अच्छा माना जाएगा जिससे कि कमरे के तापमान पर असर ना पड़े. ऐसी स्थितियां कम ही देखने को मिलती है लेकिन जहां ऐसी ही दिखे तो आपको अपने कमरे के लिए उपयुक्त 1 टन की जगह पर 1.5 टन का Air Conditioner लेना सही रहता है।
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Inverter Air Conditioner और fixed Air Conditioner में अंतर (Imp. Point)
ऐसी जगह जहाँ के दरवाजे बार-बार न खुलते हों जैसे आपके Bedroom में Air Conditioner लगवाने का प्लान कर रहे हैं तो Inverter Air Conditioner बिजली बचत और तापमान को एक निश्चित क्रम में बनाये रखता है। वैसे भी आज कल बिजली दरें आसमान छू रही है ऐसे में इन्वर्टर ए सी फायदेमंद रहेगा।
दुकान या ऐसी जगह जहाँ के दरवाजे बार- बार खुलते हो ऐसी स्थिति में सदैव Fixed Speed Air Conditioner को ही चुनें, अगर आपने गलती से दुकान या ऐसी जगह के लिए जिसके ज्यादा खुलते हों वहां पर Inverter Air Conditioner लगवा लिया तो बिजली बिल में अप्रत्याशित रूप से अंतर देखने को मिलेगा। अतः Air Conditioner खरीदने से पहले किसी Expert की तरह यहाँ बताया जा है?
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मुझे उम्मीद है कि एयर कंडीशनर क्या है | एयर कंडीशनर कैसे काम करता है? यह आपको अच्छी तरह से समझ में आ चुका होगा क्योंकि ऐसी जानकारी आपके लिए सदैव फायदेमंद रहने वाली है आप चाहे तो इसे अपने जानने वालों में भी शेयर कर सकते हैं.