HDD और SSD में क्या अंतर है | SSD और HDD के फायदे

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क्या आप जानते है यह HDD और SSD क्या है? यह दोनो एक दूसरे से किस तरह से अलग है? दोनो के काम क्या होते है?, यह दोनो हमारे लिए क्यों जरूरी है? अगर आप भी ऐसे ही सवालों का जवाब प्राप्त करना चाहते है तो आपको इस HDD VS SSD में क्या अंतर है, उनके फायदे क्या है? आज हम आपको इन सब विषय के बारे में बताने का प्रयास करेंगे। अगर आप भी इन सब विषय के बारे गहराई से जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आपको इस आर्टिकल को अंत तक देखना चाहिए।

HDD और SSD में क्या अंतर है

HDD क्या है? (What is HDD)

Table of Contents

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Hard Drive Disk (HDD)  को दुनिया के सामने साल 1956 में IBM के द्वारा रखा गया था। इस HDD टेक्नोलॉजी को आए 65 वर्ष से भी अधिक हो चूके है। आप इस HDD का इस्तेमाल करके Data को स्टोर कर सकते है। आज लैपटॉप के अंदर आपको 5400 RPM से लेकर 7200 RPM वाले हार्ड डिस्क प्राप्त होते है। वही अगर आप एप्पल और अन्य किसी बड़े ब्रांड के महंगे लैपटॉप लेते है तो उसमें 1500 RPM वाले भी हार्ड डिस्क आपको प्राप्त हो सकते है। आपको इस HDD के कई फायदे प्राप्त होते हैं, जिसमे से सबसे मुख्य फायदा यही है कि आपको बहुत ही कम स्पेस के अंदर 1 TB तक की स्टोरेज प्राप्त हो सकती है। HDD आपके लिए एक्सटर्नल डाटा स्टोरेज डाटा के तौर पर भी काम करता है। ALSO READ:- खोया/चोरी हुआ फोन तुरंत ब्लॉक करें | @sancharsaathi.gov.in

SSD का मतलब क्या है? (What is SSD)

SSD को Solid State Drive के नाम से भी जाना जाता है। यह भी एक डाटा स्टोरेज ही डिवाइस है लेकिन इसका साइज काफी छोटा है और आप इसे हाथ और पैंट के जेब में भी आसानी से रख कर कहीं भी आ जा सकते हैं। यह Pen Drive के तौर पर काम करता है। आप SSD के अंदर डाटा को चिप के द्वारा स्टोर कर पाते है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह HDD की अपेक्षा काफी तेजी से Data Storage करता है।

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HDD VS SSD में क्या अंतर है? (Difference between HDD and SSD)

क्वालिटीHDDSSD
बैटरी लाइफ / कंजम्पशनHDD को SSD से कंपेयर करे तो काफी अधिक Power का इस्तेमाल करते है। यह SSD से ज्यादा जल्दी बैटरी को डिस्चार्ज भी कर देता है।SSD का इस्तेमाल करने के लिए काफी कम Power का इस्तेमाल करना होता है। यह बैटरी को भी अधिक देर तक चलने का मौका देता है।
कीमतHDD SSD की तुलना में काफी किफायती होता है जिसके कारण भारत में अधिकतर लोग HDD का ही इस्तेमाल करना पसंद करते है।यह SSD काफी महंगे होते है जिसके कारण हर कोई इसे खरीदने में कम दिलचस्पी लेते हैं
स्टोरेज कैपेसिटीआपको HDD के अंदर 1TB तक का स्टोरेज क्षमता प्राप्त हो जाती है। इतना स्टोरेज कैपेसिटी आपको SSD के अंदर मिलना मुमकिन नहीं है।SSD न केवल महंगा है, बल्कि इसमें HDD की अपेक्षा काफी कम स्टोरेज स्पेस प्राप्त होता है।
ऑपरेटिंग सिस्टम बूट टाइमHDD लैपटॉप या डिवाइस में सीन होने के लिए 30 से 40 सेकंड तक का टाइम ले लेता है।SSD अपने परफॉर्मेस के लिए ही माना जाता है जिसके कारण इस ऑपरेटिंग सिस्टम में सीन होने का टाइम 10 से 12 सेकंड ही है।
NOISEHDD के अंदर काफी सारे मूविंग पार्ट होते है जिसके चलते जब HDD काम करता है आपके साउंड सुनने को मिलता है। काफी बार यह काफी इरिटेटिंग भी फील करा सकते है।SSD के अंदर आपको कोई भी क्रिया नही होती है। जिसके चलते इस SSD का इस्तेमाल करने पर आपको कोई भी शोर नही सुनाई देता है।
वाइब्रेशनHDD जब एक्टिव होते है तो वो डाटा स्टोर करते समय वाइब्रेट भी करते है। HDD के मैकेनिकल तकनीक पर काम करते है जिसके चलते उसमे वाइब्रेशन होना आम है।SSD के कोई भी ऐसा मैकेनिकल तकनीक का इस्तेमाल नही किया जाता है। उसमे डाटा स्टोर चिप के माध्यम से किया जाता है।
गर्म हो जानाHDD जैसे हमने आपको बताया कि एक मैकेनिकल तकनीक पर काम करते है तो ऐसी स्थिति मे अगर काफी लंबे समय तक इसका इस्तेमाल किया जाए तो यह गर्म भी हो जाते है।SSD के अंदर आपको ऐसी कोई भी समस्या देखने को नही मिलती है। SSD को आप कितनी भी देर इस्तेमाल करे उसको छूने पर आपको वो कभी भी गर्म महसूस नही होगा।
फेल्योर रेटइस मामले में HDD से बेहतर एसएसडी माना जाता है। HDD का mean Failure rate 1.5 million hours है।SSD के mean Failure rate की बात करे तो वो 2.0 million hours है।
फाइल कॉपी स्पीडHDD में फाइल कॉपी करने की स्पीड 50 MBPS से लेकर 120 MBPS के करीब होता है।SSD के अंदर फाइल कॉपी करने के लिए 200 MBPS से लेकर 500 MBPS की स्पीड प्राप्त हो जाती है।
फाइल ओपनिंग स्पीडHDD के अंदर फाइल ओपनिंग की स्पीड SSD की तुलना में 30 प्रतिशत तक कम होती है।SSD में फाइल ओपनिंग करने की स्पीड HDD से 30 प्रतिशत अधिक होती है।
डाटा लॉसHDD के अंदर magnetism के प्रोसेस के कारण डाटा अक्सर कई बार डिलीट भी हो जाते है।SSD के अंदर आपको ऐसी कोई भी समस्या देखने को नही मिलती है। आपका डाटा लॉस होने का कोई भी चांस नहीं होता है।

हमने आपको ऊपर टेबल के माध्यम से HDD और SSD के अन्तर के बारे में बताने का प्रयास किया है। वही अगर आप HDD और SSD के फायदे के बारे में जानना चाहते है तो आपको नीचे दिए गए भाग को अवश्य देखें।

HDD के फायदे क्या है? (Benefits of HDD)

  • अगर आपको 10 TB से भी अधिक का स्टोरेज कैपेसिटी चाहिए तो ऐसी स्थिति में आप HDD का इस्तेमाल कर सकते है।
  • आप अगर क्वालिटी के बजाय cost effective प्रोडक्ट लेना चाहते है तो आपके लिए HDD बेहतर होगा।
  • आपको अगर कंप्यूटर के टेक्निकल हेल्थ को लेकर कोई खास खबर या कोई चिंता नहीं है तो ऐसी स्थिति में आप HDD का इस्तेमाल कर सकते है।

SSD के फायदे क्या है? (Benefits of SSD)

  • आपके लिए अगर स्टोरेज कैपेसिटी से ज्यादा जरूरी सिस्टम की परफॉर्मेस है तो आप SSD चुन सकते है।
  • अगर आपको अधिक स्टोरेज कैप्सिटी नही बल्कि अपने लैपटॉप की लाइफ को बेहतर करना है तो ऐसी स्थिति में भी आप SSD का इस्तेमाल कर सकते है।
  • अगर आपके लिए आपका डाटा काफी अहम है तो आपको SSD ही चुनना चाहिए। SSD में कभी भी data erase होने का चांस कम होता है।

निष्कर्ष

आज इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको HDD VS SSD में क्या अंतर है? और उन  दोनों के फायदे क्या है? इन विषय के बारे में बताने का प्रयास किया है। उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इस आर्टिकल को अंत तक शेयर कर सकते है। वही अगर आपके मन में कोई सवाल आता है तो आप हमसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में संपर्क कर सकते है।

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F.A.Q.

Q – SSD कितने प्रकार के होते है?

ANS. SSD के दो प्रकार होते है, एक होता है SATA और एक होता NvME

Q – क्या SSD में Power Consumption कम होती है?

ANS. जी हां, SSD के अंदर power Consumption काफी कम होता है। आपके डिवाइस के परफॉर्मेस को भी SSD 30 प्रतिशत तक बढ़ा देता है।

Q – HDD में आपको कितनी स्टोरेज कैपेसिटी प्राप्त होती है?

ANS. आपको HDD के अंदर औसत 1TB तक स्टोरेज क्षमता प्राप्त हो जाती है।

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