पहले के समय में लोग लेन देन के लिए समान और अनाजों का आदान प्रदान करते थे। फिर धीरे धीरे मुद्राएं आईं जो नोट और सिक्को के रूप में प्रचलित है। इसी नोट और सिक्को के इलेक्ट्रॉनिक रूप को हम ‘digital currency’ कहते हैं।
जैसा कि अब दुनिया पूरी तरीके से डिजिटल होती जा रहीं है इसलिए हमारी currency भी डिजिटल हो रही जो लेन देन के लिए एक सुरक्षित तरीका है। आपके लिए सरल भाषा में हम ये सारी जानकारी लेकर आए हैं कि Digital currency क्या है, भारत में कब और कैसे आया, उसके फायदे क्या हैं और इसका इस्तेमाल हम कहां कहां कर सकते हैं। तो सही जानकारी के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े।
Digital currency क्या है? (What is Digital Currency)
डिजिटल करेंसी या इसे हम ई-रुपया भी कह सकते हैं जो कि नोट और सिक्कों का इलेक्ट्रॉनिक रूप है। डिजिटल करेंसी को हम छू नहीं सकते हैं क्योंकि ये virtual currency है। इसका इस्तमाल हम जैसे नोटों और सिक्को की करते है वैसे ही कर सकते हैं।
देश में डिजिटल इकॉनमी को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसके लिए सरकार प्रयासरत है। उनमें से एक प्रयास ये DIGITAL CURRENCY भी है। इसका एक रूप दुनिया के कई हिस्सों में प्रचलित बिटकॉइन जैसी अनेक क्रिप्टो करेंसी भी हैं। इसे भी पढ़ें- यूपीआई क्या है | यूपीआई आईडी कैसे पता करें, यूपीआई के फायदे
Digital currency कब शुरू हुआ ?
इस डिजिटल करेंसी का नाम CBDC (Central Bank Digital Currency ) भी है, यह एक ऐसी डिजिटल करेंसी है जिसे सेंट्रल बैंक (Central Bank) और RBI द्वारा लांच किया गया है। भारत की वित्तमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने फ़रवरी में बजट के समय यह घोषणा की थी कि इकोनॉमी वर्ष 2022 -23 में RBI द्वारा भारतीय डिजिटल करेंसी लांच की जाएगी। आर.बी.आई (RBI ) द्वारा डिजिटल करेंसी 1 नवंबर 2022 को लांच की गई है, जिसकी 1 unit की कीमत Rs 1 के बराबर है।
इस करेंसी को दो हिस्सो में लांच किया जा रहा है। यह पहला पड़ाव चल रहा है जिसे आरंभिक परियोजना या पायलट प्रोजेक्ट के नाम से जाना जाता है। RBI ने पायलट प्रोजेक्ट के 9 बैंकों के जरिए डिजिटल करेंसी प्राप्त कराने की बात कही है। पहले चरण में मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर में ये सुविधा शुरू होगी। दूसरे चरण में अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्चि, लखनऊ, पटना और शिमला में डिजिटल रुपया मिल सकेगा। जल्द ही इसे देश के बाकी शहरों में शुरू कर दिया जाएगा।
RBI ने 9 बैंकों को इस प्रोजेक्ट के लिए अभी केवल 9 ही बैंक को चुना है,
एच् डी एफ सी बैंक (HDFC Bank )
आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank )
बैंक ऑफ़ बड़ोदा (Bank of Baroda )
आई डी एफ सी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank )
कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank )
यस बैंक (Yes Bank )
यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया(Union Bank of India )
एच् एस बी सी बैंक (HSBC Bank )
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (State Bank of India )
IMP For Students:- Regarding Exams, Admit card, Central and State govt Recruitment
दूसरे देशों में डिजिटल करेंसी की शुरुवात कब हुई?
आपको बता दे कि डिजिटल करेंसी की शुरुआत बाकी देशों में भारत से पहले ही हो गई थी। China ने अप्रैल 2020 में पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के द्वारा दो पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया, जिसमें लॉटरी सिस्टम से ई-युआन के हिस्से किए गए। फिलहाल, बाकी देश जैसे कनाडा, जापान, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, यूके और यूनाइटेड स्टेट्स और यूरोपीय यूनियन भी बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स (BIS) के साथ मिलकर डिजिटल करेंसी पर काम कर रहे हैं।
डिजिटल करेंसी कैसे इस्तेमाल होता है?
डिजिटल करेंसी को हम पेमेंट के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं, जो टोकन के रूप में इस्तेमाल होगा। यह लीगली इस्तेमाल किया जाएगा किसी भी बिजनेस , सरकार के टेंडर के लिए। वर्तमान में डिजिटल करेंसी की कीमत आजकल इस्तेमाल किए जाने वाले नोट और सिक्कों के बराबर ही हो जायेगी।
बैंको द्वारा मोबाइल में एक वॉलेट की सुविधा दी जायेगी, जिसकी मदद से हम डिजिटल रुपये का लेनदेन कर सकते हैं। इसके साथ ही हमे QR भी दिया जायेगा जिसको स्कैन करके हम पेटेंट कर पाएंगे। digital currency होगी तो हमे कैश की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस करेंसी को हम पर्सन टू पर्सन और पर्सन टू मर्चेंट दोनों ही तरह की पेमेंट की कर सकते हैं।
डिजिटल करंसी के फायदे
पूरी दुनिया में कुछ देश ही ऐसे है जिनकी अपनी डिजिटल करेंसी है। अब भारत का नाम भी उन देशों में आएगा जिसकी अपनी digital currency है। डिजिटल करेंसी के काफी फायदे हैं।
Digital currency का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको हर जगह नगद कैश की जरूरत नहीं पड़ेगी।
आप कही भी बाहर जा रहे हो ,घूमने जा रहे हो तो आपको साथ में कैश नहीं ले जाना पड़ेगा। अपने पैसों को बार -बार जमा करने के लिए बैंक नहीं जाना होगा।
बिना बैंक अकाउंट के भी आप डिजिटल कैश को अपने मोबाइल के वॉलेट में रख सकते हैं। किसी भी प्रकार का ट्रांजेक्शन हो या भुगतान बहुत जल्द ही वो भी आसान तरीके से कर सकते हैं।
यह एक डिजिटल करेंसी है जो कि वर्चुअल है इसलिए नोटों और सिक्कों को बनाने में जो कागज की खपत होती है वो इसमें नहीं होगी। सीमा पार भी आदान प्रदान, बहुत जल्दी और आसान तरीके से हो पाएगी।
इसमें नकली करंसी की समस्या का भी हल होगा। इस करेंसी की हर ट्रांजैक्शन पर सरकार की नजर होगी। देश से बाहर जाने वाली और बाहर से देश में आने वाली ट्रांजैक्शन पर अधिक कंट्रोल हो पाएगा।
√√ – एंड्रॉयड फोन को रूट कैसे करें | Phone root karne ka 1 Aasan tarika
डिजिटल करेंसी को कौन-कौन प्रयोग कर सकेगा ?
अभी इस करंसी को सरकार के द्वारा केवल बड़े भुगतान की राशि के प्रयोग के लिए किया जाएगा। जैसे हम रूपये, नोटों और आजकल के डिजिटल वॉलेट्स जैसे कि PAYTM , PHONEPE, GOOGLE PAY आदि का इस्तमाल करते है और कभी भी अपनी राशि जान सकते है कि बैंक अकाउंट में कितनी है वैसे ही आगे digital currency द्वारा दी गई मोबाइल वॉलेट की सुविधा में भी राशि जान पाएंगे।
डिजिटल करंसी ( Central Bank Digital Currency Wholesale) को अभी केवल थोक यानी wholesale segment के लिए लांच किया है जिसका इस्तेमाल वित्तीय संस्थानों के लिए होगा। डिजिटल करेंसी के दूसरे पड़ाव में रिटेल ( Central Bank Digital Currency Retail) भी लाया जायेगा जिसका इस्तेमाल सभी के लिए होगा।
निष्कर्ष
दोस्तों हमने इस आर्टिकल में आपको बताया है कि Digital Currency क्या होती है? कब ये भारत में आई ,उसके क्या फायदे हैं और कौन इसे इस्तेमाल कर सकता है? यदि आपको ये आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों से भी शेयर करें ताकि वो भी जान सके की Digital currency क्या है। क्योंकि आगे आने वाले समय में हर जगह केवल यही करंसी इस्तेमाल होगी। आपको अगर कुछ भी सुझाव देना हो या मन में कोई भी सवाल तो आप कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट करके बता सकते हैं। हम आपके हर कॉमेंट पर जल्द से जल्द रिप्लाई देने की कोशिश करेंगे।
ALSO READ:-
- BARCODE क्या होता है | बार कोड कैसे काम करता है?
- Google Bard AI (गूगल बार्ड एआई) क्या हैं | ChatGPT से कैसे अलग है?
- Chat GPT क्या है | Chat GPT का इस्तेमाल कैसे करे?
- Sar Value क्या है | सार वैल्यू हमारे शरीर को कैसे नुकसान पहुंचाता है?
- आधार कार्ड में कौन सा मोबाइल नंबर है जानें सेकंडो में | Aadhaar Card Mobile Number Link
F.A.Q.
Q- डिजिटल करेंसी कब लॉन्च हुई?
Ans.- आर.बी.आई (RBI ) द्वारा डिजिटल करेंसी 1 नवंबर 2022 को लांच की गई है , जिसकी 1 unit की कीमत Rs 1 के बराबर है।
Q- डिजिटल करेंसी कितने चरणों में लॉन्च किया गया है?
Ans. डिजिटल करंसी दो भागों में लॉन्च किया जायेगा। पहला चरण है जिसे आरंभिक परियोजना या पायलट प्रोजेक्ट के नाम से जाना जाता है। डिजिटल करेंसी के दूसरे पड़ाव में रिटेल (CBDC-R/ Central Bank Digital Currency Retail) भी लाया जायेगा जिसका इस्तेमाल सभी के लिए होगा।
Q.- RBI ने कितने बैंकों को इस प्रोजेक्ट के लिए चुना है?
Ans.- आरबीआई ने 9 बैंको को चुना है अपने DIGITAL CURRENCY प्रोजेक्ट के लिए।