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iOS 17 ऐसे फीचर के साथ आ रहा है, जिसके बाद आप Android इस्तेमाल करना छोड़ ही देंगे।

iOS 17 के लॉन्च करने की बात iPhone 15 के समय ही Apple कंपनी की तरफ से कही गयी थी। जो आज रात भारतीय समयानुसार 10:30 मिनट पर रिलीज किया जाएगा। इसके ज्यादातर फीचर के बारे में apple की तरफ से WWDC में जानकारी साझा की गई थी। ये iOS iPhone XS से ऊपर iOS 17 supported devices के सभी मॉडल्स में काम करेगा। इसके फीचर एक एंड्रॉयड स्मार्टफोन उपभोक्ता को iOS की तरफ देखने के लिए मजबूर जरूर करेगा।

iOS 17 Features

Cantact Postar:

जब आप किसी को कॉल करते है जिसके बाद उस व्यक्ति के मोबाइल स्क्रीन पर क्या प्रदर्शित हो, ये आपके अधिकार में होगा। जैसा आप दूसरों को दिखाना चाहते हो, जैसे फोटो, इमोजी या नंबर।

Swap numbers with NameDrop:

इस फीचर का इस्तेमाल करने के लिए आपको अपने iPhone को दूसरे iPhone या Apple Watch के पास रखना होगा, जिसके बाद आप फ़ोन नंबर या ईमेल के जरिये जिसको चाहें आप साझा कर सकते हैं। जिसके बाद आप उन्हें Contact Poster के साथ भी जोड़ सकेंगे

Live Voicemail:

जब कोई व्यक्ति आपको फ़ोन करने के साथ मैसेज छोड़ सकता है, जिसे आप मैसेज पढ़ने के साथ कॉल पिक कर सकते हैं, लेकिन आपको फ़ोन उठाने की जरुरत नहीं है कि फ़ोन करने वाला व्यक्ति क्यों फ़ोन कर रहा है।

AirDrop and SharePlay:

Apple airdrop और Shareplay स्वतः चालू हो जाते हैं जब आप अपने iPhone को दूसरे iPhone के पास रखते हैं। ये भी Namedrop की तरह काम करता है।

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Check-In in Messages:

आज के समय सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण बिंदु है खासकर जब आप अपने घर से बाहर हैं, जैसे आप अपने गंतव्य पर पहुंच जाते है तब फीचर आपके परिवार या दोस्तों को सन्देश पंहुचा देता है। ये फीचर उनके लिए ज्यादा महत्वपूर्ण हो सकता है जो यात्रा पर निकलते समय अपने परिवार के लोगों को अपने गंतव्य तक पहुचने की जानकारी साझा करना चाहता हो।

Unified Apps Menu in Messages:

ये फीचर आपके ज्यादा शेयर किये जाने वाले फोटो, वीडियो, ऑडियो मैसेज या लाइव लोकेशन को देखने के लिए नए + बटन पर क्लिक कर सकते हैं। इस सुविधा से आप सभी iMassage App को एक ही स्थान पर रख सकते हैं।

Audio Message Improvements:

इस Audio Message Improvements फीचर की बदौलत आप किसी को Voice Massage रिकॉर्ड करते समय Pause कर सकते है या रिकॉर्ड करना चालू रख सकेंगे। प्राप्त voice massage सुनने के लिए उसकी स्पीड 2X तक कर सकेंगे।

FaceTime on Apple TV:

आप अपने iPhone के कैमरे का इस्तेमाल करते हुए Facetime अप्प के जरिये सीधे Apple TV पर कॉल सर सकते हैं। जो एक बहुत ही अच्छा फीचर है।

Location-Sharing Improvements:

इससे आप अपने Location Sharing के लिए इस्तेमाल पाएंगे। इसके लिए अपने मैसेज अप्प के + बटन पर क्लिक कर भेज सकते हैं। यही प्रक्रिया से आप दूसरों से उनकी location ले सकते हैं।

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StandBy Option:

आप अपने iPhone को चार्ज करते समय StandBy मोड पर रख कर चार्ज कर सकते हैं, और जब इसे दुबारा चालू करते है तो बहुत सी जानकारी update होकर मिलती है जैसे – Time और तापमान आदि।

iOS 17 supported devices

iOS 17 पर अपडेट होने वाले हैंडसेट के 23 मॉडल है जिन्हे आप इस iOS 17 से अपडेट कर सकते है, जो निचे निम्न लिखित हैं –

List of iPhones eligible for the iOS 17 update

  • iPhone 15
  • iPhone 15 Plus
  • iPhone 15 Pro
  • iPhone 15 Pro Max
  • iPhone 14
  • iPhone 14 Plus
  • iPhone 14 Pro
  • iPhone 14 Pro Max
  • iPhone 13
  • iPhone 13 mini
  • iPhone 13 Pro
  • iPhone 13 Pro Max
  • iPhone 12
  • iPhone 12 mini
  • iPhone 12 Pro
  • iPhone 12 Pro Max
  • iPhone 11
  • iPhone 11 Pro
  • iPhone 11 Pro Max
  • iPhone XS
  • iPhone XS Max
  • iPhone XR
  • iPhone SE (2nd generation)

निष्कर्ष: iOS 17 के लॉंचिंग पर लिखा ये आर्टिकल कैसा लगा, हमें आप कमेंट करके बता सकते हैं। अगर आप के पास किसी भी प्रकार का सुझाव हो तो आप हमसे जरूर बताएं।

jio Air Fiber क्या है | जानें Plans, Speed, और Validity के अलावा बहुत कुछ

jio Air Fiber क्या है : Jio Airfiber बिना तारो के सुपर स्पीड वाला इंटरनेट ( jio air fiber kya hai, जियो एयर फाइबर क्या है, Jio Airfiber launch date, Jio Airfiber device price, Jio Airfiber new Connection, Jio Airfiber Price in india Jio Air fiber buy online, plans, Jio Airfiber availability, Jio Airfiber online booking, Jio Air fiber 5G Price, Jio Air fiber Plans, Jio Air Fiber Hindi, jio air fiber installation cost, jio air fiber cities,)

Jio Airfiber kya hai; जिओ एयर फाइबर एक इंटीग्रेटेड एन्ड तो एन्ड सलूशन है, जिसमे स्मार्ट होम सर्विस, हाई स्पीड इंटरनेट (ब्रॉडबैंड) और होम एंटरटेनमेंट जैसी सुविधाएँ मिलेंगी। रिलायंस चेयरमैन मुकेश अंबानी के द्वारा रिलायंस इंडस्ट्रीज की एजीएम 2022 की बैठक मे Jio Airfiber 5G हॉटस्पॉट को लांच किया था। रिलायंस की 46वें एजीएम मीटिंग में जियो एयर फाइबर के ऑफीशियली लॉन्च डेट का ऐलान कर दिया गया है। जो 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के त्योहार के दिन से आम उपभोक्ताओं के लिए रिलीज कर दिया गया। कंपनी ने इसे पहले 8 मेट्रो सिटीज के लिए लांच किया है जिसे धीरे धीरे बढ़ाया जायेगा। इनमे मुख्यतः दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, पुणे, चेन्नई और अहमदाबाद के लोग Jio Air Fiber अभी इस्तेमाल कर सकेंगे।

Jio Airfiber एक ऐसा डिवाइस है जिसमें बिना किसी वायर के उपभोक्ता को हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा मिलेगी जो किसी ब्रॉडबैंड कनेक्शन से ज्यादा स्पीड से इंटरनेट उपलब्ध कराता है। Jio Airfiber 5G पर आधारित है जो द्रुत गति से इंटरनेट सेवा देने में सक्षम है। इसका सबसे ज्यादा फायदा उन क्षेत्रों को होगा जहां पर वायर के द्वारा इंटरनेट सुविधा पहुंचाने में दिक्कत होती है। इसकी स्पीड 30 MBPS से लेकर 1 GBPS तक है। Jio Air fiber 5G Price की बात करें तो डिवाइस के लिए आपको अतिरिक्त पैसा नहीं देना होगा।

Also Important:

iOS 17 ऐसे फीचर के साथ आ रहा है, जिसके बाद आप Android इस्तेमाल करना छोड़ ही देंगे।
डिवाइस का नामJio Air fiber
रिलीज डेट 19 सितम्बर 2023
तकनीकी नामवायरलेस
Jio Air fiber घोषित कियाआकाश अंबानी
Jio Airfiber Priceप्लान में अलग से नहीं देना
जियो एयरफाइबर उपलब्धता19 सितम्बर से

Jio Airfiber क्या है (Jio Airfiber kya hai in Hindi)

Jio Airfiber 5G hotspot एक प्लग एंड प्ले डिवाइस है जिसमे तार वाले इंटरनेट से ज्यादा गति से इंटरनेट स्पीड उपलब्ध कराने की क्षमता है। तार वाले इंटरनेट कनेक्शन लेने और इस्तेमाल करने में होने वाली दिक्कतों से निजात मिलेगी। इसकी सबसे बड़ी खासियतों में कहीं भी ले जाने की आजादी और तारों के झंझट से मुक्ति है। इसका इस्तेमाल करना बहुत सरल होगा, इसे तकनीकी का जानकर न होने वाला भी आसानी से इस्तेमाल कर सकेगा।

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इस Jio Air fiber device से 1जीबीपीएस से लेकर 10 GBPS की स्पीड मिल सकेगी, लेकिन इसके लिए अलग अलग प्लान निर्धारित हैं। अगर आपके पास 4G फोन है तो आप भी इसके द्वारा 5G के फास्ट स्पीड का अनुभव ले सकते हैं।

About Jio Airfiber

  • Jio Air fiber प्लग एंड प्ले 5G Device है, इससे हाई स्पीड फाइबर के जैसा स्पीड और कनेक्टिविटी मिलती है।
  • Jio Airfiber को Fixed line की तरह इस्तेमाल न करके इसे कहीं भी ले जाया जा सकता है।
  • ये Jio fiber की तरह नहीं है जैसा कि इसके नाम से कुछ भ्रम सा होता है। बल्कि ये बिना तार के हवा के द्वारा संचारित होने वाली तकनीकी (Wireless) पर आधारित है।

Jio Airfiber use (उपयोग)

Jio Air fiber नेटवर्क पर हाई रेजोल्यूशन के कई कैमरों के साथ एक साथ स्ट्रीमिंग किया जा सकता है बिना किसी रुकावट के। आप इसके अलावा ऑनलाइन गेमिंग में भी इस्तेमाल कर सकते हैं जहां लो लिटेंसी की दर चाहिए होती है। जियो एयरफाइबर से दूर दराज क्षेत्रों समेत स्वास्थ्य, कृषि और अन्य उद्योगों के लिए एयरफाइबर वरदान साबित हो सकता है।

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Jio Air fiber Availability (उपलब्धता)

Jio Air fiber launch date 19 September 2023 थी जिसे लांच कर दिया गया है। सबसे पहले इसे 8 शहरों के लिए उपलब्ध कराया गया, जिनमे अहमदाबाद, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता और बेंगलुरु शामिल हैं। जिसके पश्चात इसे देश भर के कोने कोने में कनेक्शन दिए जायेंगे। एक दिन में 1.5 लाख तक नए कनेक्शन दिए जा सकेंगे। इसे पहले उन क्षेत्रों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा जहां 5G network काम कर रहा है।

Jio Airfiber Device Price

कंपनी के अनुसार Jio Air fiber Device की कीमत अलग से नहीं ली जाएगी, अगर आप Jio AirFiber Ultra fast Connection के लिए घर के दीवार पर या छत पर Outdoor Unit लगवाते है तो आपसे Jio Air Fiber Installation के तौर पर 1000 रुपये चार्ज किये जाते हैं, लेकिन जब आप 6 monts या वार्षिक प्लान चुनते हैं तो इंस्टालेशन कॉस्ट के लिए लगने वाले 1000 रूपये माफ़ कर दिए जायेंगे।

Jio Air fiber Plans

AIR FIBER 599AIR FIBER 899AIR FIBER 1199AIR FIBER MAX 1499AIR FIBER MAX 2499AIR FIBER MAX 3999
PLANS599/- +GST899/- +GST1199/- +GST1499/- +GST2499/- +GST3999/- +GST
VALIDITY30 DAYS30 DAYS30 DAYS30 DAY30 DAY30 DAYS
SPEED30 MBPS100 MBPS100 MBPS 300 MBPS500 MBPS1GBPS
DATAUNLIMITEDUNLIMTEDUNLIMITEDUNLIMITEDUNLIMITEDUNLIMITED
VOICEFREEFREEFREEFREEFREEFREE
ON-DEMAND TV550+ TV CHANNELS 550+ TV CHANNELS 550+ TV CHANNELS 550+ TV CHANNELS 550+ TV CHANNELS 550+ TV CHANNELS
OTT PLATFORMS 141416161616

Jio Airfiber के प्रतिद्वंदी

जियो एयर फाइबर या जियो फाइबर के दो ही मुख्य प्रतिद्वंदी है, जिनमे से एक BSNL है और दूसरा Airtel। Jio Fiber aur Airtel Fiber मुख्यतः ज्यादा शहरों तक अपनी सेवा प्रदान करते हैं, लेकिन BSNL के पास शहर से लेकर गांव – कस्बे तक पहुंच है। लेकिन Jio Airfiber के आ जाने के बाद निश्चित तौर पर इन दोनो कंपनियों के ग्राहक संख्या पर असर पड़ेगा।

Jio Air fiber Benifits (लाभ)

  • जियो एयर फाइबर का सबसे ज्यादा लाभ उन लोगों को होगा, जो शहर से दूर रहते हैं और वहां वायर्ड फाइबर कनेक्शन पहुंच पाता नहीं।
  • हाई स्पीड इंटरनेट के लिए wired connection लेने की मजबूरी अब नहीं रहेगी।
  • Plug & Play Device होने की वजह से जहां जाएं वहा ले भी जा सकेंगे।
  • फाइबर लाइन मे परेशानी आने से सेवा का लाभ ले पाने में असमर्थता रहती है, जबकि इसमें ऐसा कुछ नहीं है।

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ये आर्टिकल आपको कैसा लगा। उम्मीद है jio Air Fiber क्या है | आखिर कैसे बिना तारो वाला 1 डिवाइस Jio Airfiber चलेगा सबसे तेज आपके लिए ज्ञानवर्धक रहा होगा। आप चाहें तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं।

FAQ

Q- जियो एयर फाइबर क्या है?

Ans.- Jio Airfiber एक 5G wifi Router Device है जिसे बिना किसी वायर या फाइबर से जोड़े Plug & Play इस्तेमाल कर सकते हैं।

Q- जियो एयर फाइबर से क्या फायदा है?

Ans.- Jio Airfiber का विशेष लाभ फाइबर लाइन के बराबर इंटरनेट स्पीड करने के साथ इसे एक जगह से दूसरी जगह आसानी के साथ ले जाया जा सकता है ।

Q- जियो फाइबर कितने रुपए में मिलता है?

Ans.- Jio Airfiber Price की आधिकारिक तौर पर कोई घोषणा नहीं की गई है, लेकिन अनुमानतः इसकी शुरुआती कीमत 5 से 6 हजार के मध्य रह सकता है।

BharOS क्या है | What is BharOS, क्या Android का विकल्प है?

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देश में स्वदेशी Mobile Operating System की हर तरफ चर्चा है जिसका नाम BharOS है। जो अपने देश Bharat के नाम से लिया गया है। BharOS एक स्वदेशी आपरेटिंग सिस्टम होने के साथ ये गूगल के Android और iOS से ज्यादा सुरक्षित मानी जा रही है। आखिर इसकी विशेषताएं क्या क्या है इस आर्टिकल ( BharOS क्या है : What is BharOS) के जरिए हम आपको बता रहे हैं।

BharOS क्या है और इसे किसने बनाया?

BharOS IIT MADRAS की JANDK Operations Pvt Ltd (Not for Profit) के द्वारा बनाया गया एक ऐसा Make in India Operating System है जिसे Android या iOS के मुकाबले सबसे ज्यादा सुरक्षित माना जा रहा है। इसमें Android की तरफ Pre installed Apps नहीं होंगी, आप अपनी मर्जी से एप इंस्टॉल कर सकेंगे। ये स्वतः अपडेट होता रहेगा। Also Read: TRAI LAUNCH TRUECALLER APP | TRAI CALLER ID APP LAUNCH

OSBharOS
DEVELOPER’S JANDK OPERATIONS PVT LTD (IIT MADRAS)
WORKING STATECURRENT
SOURCEOPEN
RELEASE 24 JAN 2023
USE TO SMART PHONES
LOUNGWAYS SUPPORT HINDI, ENGLISH
INTERFACSMULTI TOUCH

BharOS की विशेषता

BharOS स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम होने के साथ सुरक्षा और गोपनीयता को पूरी ध्यान में रखेगा। जिसे डेवलपर्स द्वारा किसी के साथ जुड़ने की योजना की जानकारी नहीं है। इसे संभवतः सरकारी संगठनों जैसे रक्षा, गृह मंत्रालय, खुफिया और इसरो जैसे अन्य संगठनों को देने की योजना बन रही है।

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BharOS एंड्रॉयड से अलग कैसे?

BharOS Oprating System वाले मोबाइल फोन में कोई पहले से इंस्टॉल की हुई एप नहीं होगी जैसा की Android में तमाम ऐप्स पहले से ही मौजूद होती है जिन्हे आप मिटा या Delete नही कर सकते।

Android Operating System वाले मोबाइल फोन में Pre installed Apps होती हैं जैसे Youtube, Gmail, Drive, Google Map जैसे अनेकों एप्स जिन्हे आप चाह कर भी हटा नही सकते।

Android के Play Store की तरह BharOS का भी एप स्टोर होगा जिसे Pass ( Private App Store Service) नाम दिया गया है। इस PASS पर मौजूद APPS की विश्वसनीयता भारत सरकार के अधीन जांची जायेगी जबकि एंड्रॉयड पर एप की जांच अमेरिकी कंपनी Google के अधीन होती है।

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जबकि BharOS वाले मोबाइल फोन बिलकुल खाली आयेगा जिसमे BharOS का एप स्टोर PASS होगा, जहां से उपभोक्ता अपनी पसंद के एप्स को इंस्टॉल कर सकेगा। साथ ही ये BharOS ऑपरेटिंग सिस्टम या एप्स स्वयं अपडेट होती रहेंगी।

BharOS Features

BharOS ऑपरेटिंग सिस्टम के फीचर्स सबसे अलग है, जो Android या किसी भी प्लेटफार्म से मेल नहीं खाते।

  • Pass पर उपलब्ध एप सुरक्षा और गोपनीयता को शर्तों को पूरा करते हुए होंगे।
  • Private App Store Service (PASS) Google Play Store की तरह ही होगा, जहां से आप App Download कर सकेंगे।
  • BharOS में कोई भी Pre installed Apps या Pre installed Browser नही होगा।
  • आपका फोन या एप Native Over the Air (NOTA) के जरिए स्वताः अपडेट होते रहेंगे।

BharOS की खासियतें (Advantages of BharOS)

  • BharOS सबसे सुरक्षित ओपरेटिंग सिस्टम है।
  • उपभोक्ता की मर्जी के बिना कोई एप Install नही हो सकती।
  • इसमें कोई भी Pre installed Apps नहीं होगी, जिससे आपका Internal Storage बचा रहेगा।
  • जो Browser इस्तेमाल करना चाहें कर सकेंगे।
  • PASS App Store पर उपलब्ध एप की जांच भारत सरकार के अधीन होती है। जो सुरक्षा की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है।

Android की खामियां ( Disadvantages of Android)

  • Google के ऑपरेटिंग सिस्टम Android वाले प्रत्येक फोन में Pre installed Apps होती हैं।
  • पहले से इंस्टॉल एप से आपके फोन का इंटरनल स्टोरेज कम हो जाता है।
  • आप चाह कर भी Google के कुछ एप जैसे Gmail, YouTube, Drive या google Map की तरह कई एप हटा नही सकते।
  • Android Play Store पर किसी भी एप की जांच अमेरिकी कंपनी Google ही करती है।

क्या BharOS Android को Replace कर पाएगा?

BharOS के बारे में ऐसा कहना जल्दबाजी होगी, क्योंकि इसके कुछ विशेष कारण है जिन पर प्रकाश डालना बहुत आवश्यक है, जो निम्नलिखित हैं –

  • BharOS पूर्णतया Make in India Project होने के बाद भी Google के ही Android Open Source Program (AOSP) पर आधारित है।
  • चूंकि AOSP गूगल का ही एक प्रोडक्ट है लेकिन वो इस पर कोई कॉपीराइट क्लेम नहीं करता।
  • इस प्रकार BharOS को Android का विकल्प कहना सही नहीं होगा लेकिन इसे एंड्रॉयड के तौर पर माना जायेगा।

BharOS Software कौन इस्तेमाल करेगा।

BharOS ऑपरेटिंग सिस्टम को आम लोगों के लिए इस्तेमाल करने की जानकारी डेवलपर्स की तरफ से नही दी गई है और इसके व्यवसायिक इस्तेमाल की भी योजना डेवलपर के अंतर्गत है। संभवतः इसे Govt. & Public System जैसे PMO, NUCLEAR REACTOR, RAW, ISRO, DEFANCE और अन्य विशेष विभागों के इस्तेमाल की अनुमति दी जाएगी।

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BharOS क्या है | What is BharOS आर्टिकल कैसा लगा, हमारी कोशिश यही रहती है कि आप तक सही, स्पष्ट और सटीक जानकारी पहुचाई जाए। आप इसे अपने जानने वालों तक भी पहुंचा सकते है। साथ ही कमेंट करके बताएं कि ये जानकारी आपको कैसी लगी।

FAQ

Q- What is BharOS?

Ans.- BharOS is An Secure and authentic Oprating system like Android, make by IIT MADRAS.

Q- is BharOS based on Android?

Ans.- Not, but Google’s Product AOSP Based.

Q- क्या आम उपभोक्ता BharOS का इस्तेमाल कर पाएगा?

Ans.- अभी नही।

यूपीआई क्या है | यूपीआई आईडी कैसे पता करें, यूपीआई के फायदे

यूपीआई क्या है, यूपीआई आईडी कैसे पता करें (यूपीआई के फायदे, यूपीआई कोड, यूपीआई नंबर, यूपीआई एप, यूपीआई क्या होता है, upi kya hai Hindi me, यूपीआई कैसे बनाएं, यूपीआई आईडी पिन क्या होता है, यूपीआई आईडी कैसे दर्ज करें, Upi full form)

साल 2014 में देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने डिजिटल भारत का सपना देखा था, जिससे एक ऐसे पेमेंट सिस्टम की नीव पड़ी जिसने दुनिया के बड़े – बड़े पेमेंट सिस्टम की नींद खराब हुई पड़ी है। जिसके बाद साल 2016 में भारत में UPI की शुरुवात की गई। साल 2016 के नवंबर में भारत में नोट बंदी भी हुई जिसके कारण से उस समय UPI payment पर से गवर्नमेंट ने अपना टैक्स हटा लिया।

जो NEFT और IMPS इतर कही ज्यादा आसान और प्रभावकारी है। जिसके बाद से भारत में UPI का अलग ही चलन भारत में देखने को मिला। अगर आप भी UPI के द्वारा पैसे का आदान प्रदान करते है, तो उम्मीद है आपको इस बात की भी जानकारी होगी कि यह यूपीआई क्या है? और कैसे काम करता है अगर आपको इन सब चीज़ों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करना है तो आपको इस आर्टिकल को अंत तक देखना चाहिए।

UPI क्या है (UPI kya hai Hindi me)

इस UPI को Unified Payment Interface के नाम से भी जाना जाता है। यह UPI एक ऑनलाइन पेमेंट करने का तरीका है। जिसके द्वारा आप अपने बैंक अकाउंट से पैसे का लेन देन बिना बैंक गए और मोबाइल के माध्यम से तुरंत कर सकते है। इससे पहले भी भारत में काफी सारे पेमेंट करने के तरीके थे। इस UPI के इतने सफल होने का एक कारण यह भी है कि UPI के अंदर आपको पेमेंट करने के लिए केवल सामने वाले व्यक्ति का मोबाइल नंबर या यूपीआइ आईडी की जररूत होती है।

यूपीआई का इतिहास

UPI को भारत सरकार के द्वारा NPCI (National Payment Corporation On India) और RBI (Reserve Bank Of India) के सहायता से 11 अप्रैल 2016 को शुरू किया गया था। UPI को उस समय केवल 21 बैंक के अंदर ही शुरू किया गया था। आज इस UPI Payment System को 250 से भी अधिक बैंक सपोर्ट करते है। UPI का इस्तेमाल भारत के अलावा सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात, मलेशिया और भूटान में हो रहा है, साथ ही कई देशों ने भी UPI को स्वीकारने की बात कही है। Also read:- 1 मिनट में जानें कि आपके आधार से कितनी सिम ACTIVE हैं | TAFCOP PORTAL

UPI काम कैसे करता है

NEFT, RTGS और IMPS के द्वारा पैसे भेजने के लिए आपको प्राप्तकर्ता के बैंक खाते, उनके बैंक का IFSC Code, उनके बैंक का नाम और अन्य जानकारी लेनी होती है। उसके बाद ही आप पैसे भेज पाते हैं। लेकिन आज UPI के द्वारा आपको पैसे भेजने के लिए आपको केवल उस व्यक्ति का UPI से लिंक्ड मोबाइल नंबर लेना होता है।

मोबाइल नंबर के अलावा भी UPI के द्वारा पैसे भेजा और प्राप्त किया जा सकता है। यूपीआई आईडी एक यूनिक कोड होता है,भारत में या अन्य देशों में भी जितने भी लोग UPI का इस्तेमाल कर रहे है उन सबकी UPI ID अलग अलग होती है। UPI के द्वारा पेमेंट करने के लिए आपको अपने बैंक अकाउंट को यूपीआई आईडी से लिंक करना होता है। जिसके बाद आप कुछ ही सेकंड के अंदर UPI के द्वारा पेमेंट कर पाते है।

UPI Payment method 24X7 पूरे दिन रात किसी भी समय पर काम करता है। आपको इस सिस्टम का इस्तेमाल करने के लिए दिन और समय देखने को कोई जरूरत नही होती है। आप अपने UPI Id के द्वारा कुछ ही पलो में पैसे का लेनदेन कर सकते है।

UPI आपको कौन कौन सी सेवा प्रदान करता है?

अगर आप यह सोच रहे है कि UPI आपको केवल ऑनलाइन पेमेंट करने की सुविधा प्रदान करता है तो हो सकता है आप गलत हो। UPI मुख्य तौर पर दो तरह के सेवाएं प्रदान करता है एक होता है, फाइनेंशियल सर्विस और दूसरा होता नॉन फाइनेंशियल सर्विस।

यूपीआई फाइनेंशियल सर्विस

आपको UPI के द्वारा होने वाले फाइनेंशियल सर्विस जैसे पैसे को भेजना, पैसे को प्राप्त करना, ऑनलाइन मोबाइल रिचार्ज करना, किसी तरह का बिल पेमेंट करना। इस तरह की सभी सर्विस को फाइनेंशियल सर्विस माना जाता है।

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यूपीआई नॉन फाइनेंशियल सर्विस

UPI के द्वारा कुछ नॉन फाइनेंशियल सर्विस भी प्राप्त कर लेते है जैसे UPI पिन बनाना, UPI पिन बदलना, ट्रांजेक्शन हिस्ट्री को देखना, कई बैंक अकाउंट को UPI के साथ जोड़ा जा सकता है।

UPI के फायदे क्या है?

आज UPI भारत का सबसे बड़ा पेमेंट करने का जरिया बन गया है। अगर आप UPI के फायदे के बारे में जानना चाहते है तो आपको इस सेक्शन को अंत तक देखना चाहिए।

UPI का पेमेंट करने का तरीका सबसे तेज माना जाता है। आप कुछ ही सेकंड में अपनी धनराशि को आसानी से ट्रांसफर कर सकते है।

आप UPI के द्वारा 24 घंटे में कभी भी किसी को भी पेमेंट कर सकते है।

इस UPI को चलाने के लिए आपको केवल एक ऐप का इस्तेमाल करना होता है। यह ऐप भी मल्टी पर्पज काम आता है। आप इसी ऐप के द्वारा बिल पेमेंट और अन्य तरीके की चीजे भी कर सकते है।

UPI का इस्तेमाल करने के लिए आपको किसी भी तरह की कोई टेक्निकल जानकारी की जरूरत नही है। इसका इस्तेमाल करना काफी आसान है।

UPI के नुकसान क्या है?

आपने UPI के फायदे के बारे में तो जान लिया। अगर आप इस UPI के नुकसान के बारे में जानना चाहते है तो आपको नीचे दिए गए सेक्शन को देखना चाहिए।

यह UPI छोटे अमाउंट को ट्रांसफर करने के लिए बेस्ट है। अगर आप अधिक पैसे का ट्रांसफर करना चाहते है तो upi transaction limit एक दिन की 1 लाख तक ही है।

आप अगर किसी को अपना UPI पिन बता देते है तो उसके बाद आपके बैंक खाते में मौजूद सभी पैसे खतरे में है। जिसके कारण आपको UPI का पिन किसी के साथ भी शेयर नही करना चाहिए।

काफी बार UPI ऐप के सर्वर का या बैंक का अपना सर्वर डाउन होता है। जिसके कारण भी UPI payment प्राप्त होने में दिक्कत होने लगती है।

आपको अगर UPI के द्वारा पेमेंट करना है तो आपके पास अच्छा इंटरनेट होना चहिए। अगर ऐसा है तो ही आप पेमेंट कर पाएंगे।

यूपीआई आईडी क्या होता है (UPI ID kya hota hai Hindi)

जैसे हर इंसान अद्वितीय होता है उसी प्रकार UPI I’d भी अद्वितीय होती है। आप अपने UPI ID के द्वारा ही इस UPI के ऐप्स से पैसे प्राप्त कर पाते है। आप इसी UPI ID के द्वारा ही किसी को पैसे भेज भी सकते है। उदहारण के अगर आप Paytm का UPI चलाते है तो आपका UPI ID कुछ इस प्रकार का होगा। 1234567891@paytm इस तरह आपके मोबाइल नम्बर लिखा होगा और बाद में @Paytm डाला गया होगा।

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यूपीआई आईडी कैसे बनाए? (How to make UPI I’d)

वैसे तो लगभग ज्यादातर बैंक अपने ग्राहकों को पहले से यूपीआई एक्टिव करके देते हैं जिन्हे कुछ जरूरी जानकारियां भर कर शुरू कर लिया जाता है, लेकिन कुछ सरकारी बैंकों में आपको अपने बैंक से request करना होगा कि वो आपके ऑनलाइन बैंकिंग में यूपीआई की सुविधा को एक्टिवेट कर दे। एक बार जब आपके बैंक अकाउंट पर ऑनलाइन बैंकिंग चालू हो जाती है तो उसके बाद आप UPI ID आसानी से बना सकते है।

सबसे पहले आपको मौजूद किसी भी UPI ऐप जैसे -Paytm, Phonepe, Gpay, Bhim UPI या अपने बैंक का एप डाउनलोड कर लेना होगा।

उसके बाद आपको अपने मोबाइल नंबर के द्वारा उस ऐप में साइन इन करना होगा। आपको अपना बैंक अकाउंट से लिंक मोबाइल नंबर से ही UPI ऐप को चालू करना होगा।

उसके बाद आपको Add Account के विकल्प पर जाना होगा।

जिसके बाद आपको अपना बैंक चुनना होगा।

बैंक चुनने के बाद आपके सामने आपका खाते का विवरण प्रदर्शित होगा।

जहां आपको Create UPI ID का विकल्प नजर आएगा।

अपने डेबिट कार्ड या आधार कार्ड का विवरण दर्ज करने के पश्चात आपको UPI pin सेट करने के लिए कहा जाएगा।

यह pin 4 या 6 डिजिट का होता है जो बैंको पर निर्भर करता है कि वो 4 अंक या 6 अंक का UPI Pin इस्तेमाल करने देगा।

इस तरह से आप UPI ID बनाने में सफल हो जाते है।

UPI ID FULL FORM क्या है?

UPI का फुल फॉर्म unified payment interface होता है जिसे शॉर्ट में यूपीआई भी कहा जाता है।

निष्कर्ष

आज इस आर्टिकल से हमने आपको यूपीआई क्या है कैसे काम करता है | UPI ID क्या है कैसे बनाए? के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया है। उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तो और परिवार के सदस्यों के साथ भी शेयर कर सकते हैं वही अगर आपके मन में कोई सवाल आता है तो आप हमसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में संपर्क कर सकते है।

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F.A.Q

Q- UPI से कितने पैसे भेज सकते है?

Ans. – आप एक दिन में UPI से अधिकतम 1 लाख रुपए तक भेज सकते है।

Q- आप एक दिन में UPI ID से कितनी ट्रांजेक्शन कर सकते है?

Ans. – आप एक दिन में एक UPI ID से 5 ट्रांसकेशन तक कर सकते है।

Q- क्या UPI का इस्तेमाल भारत के बाहर हो सकता है?

Ans. – जी हां, आप UPI का इस्तेमाल भारत के बाहर भूटान, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात और मलेशिया में भी कर सकते है।

Q- UPI की शुरवात कब हुई ?

Ans. – देश में UPI की शुरुवात साल 2016 में 11 अप्रैल को NPCI (National Payment Corporation On India) और RBI (Reserve Bank Of India) के द्वारा की गई थी।

Q- आज भारत में कितने बैंक इस UPI का इस्तेमाल करते है?

Ans. – साल 2016 में जब इसकी शुरुवात हुई थी तब केवल 21 बैंक ही UPI का इस्तेमाल कर रहे थे। आज इस UPI का इस्तेमाल 250 से भी अधिक बैंक देश में कर रहे है।

Sar Value हमारे शरीर को कैसे नुकसान पहुंचाता है | Sar Value क्या है

Sar Value क्या होता है (Sar Value checker, Highest Sar Value Phone, Sar Level Check, Sar Value in mobile, safe sar value for head and body, body sar kitna hona chahiye, sar level kitna hona chahiye, mobile ka sar value kitna hona chahiye, sar value in hindi, head sar kitna hona chahiye, sar value kitna hona chahiye, बॉडी सर कितना होना चाहिए, mobile ka radiation kitna hona chahiye, phone ka radiation kitna hona chahiye, सर वैल्यू कैसे चेक करें, sar kya hota hai, मोबाइल रेडिएशन कितना होना चाहिए, mobile ka sar kitna hona chahiye, sar value kitni honi chahiye, sar value kya hota hai, sar kitna hona chahiye, sar value kam kaise kare, सार वैल्यू क्या है, sar value meaning in hindi, sar value kaise check kare)

Sar Value kya hai:– जब हम कोई नया फोन खरीदते हैं तो उसके फीचर्स जैसे RAM, ROM, DISPLAY, BATTERY, SPEED और अन्य फीचर्स के बारे में भरपूर जानकारी लेते हैं लेकिन स्मार्टफोन खरीदने से लेकर इस्तेमाल करने तक हम केवल उसके खूबियों पर ही ध्यान देते हैं लेकिन एक स्मार्टफोन इंसान को फायदे के साथ कितना नुकसान पहुंचा सकता है उसकी तरफ हमारा ध्यान ही नहीं जा पाता।

अक्सर हम Sar Value पर नजर नहीं डाल पाते, और ना ही मोबाइल उत्पादक कंपनियां इस पर जोर देती है। क्योकि उनकी बिक्री पर असर पड़ेगा। Sar Value of Mobile सीधे-सीधे हमारे स्वास्थ्य पर असर डालता है जिसको लेकर तमाम रिपोर्ट्स आती रहती हैं। स्मार्टफोन से होने वाले रेडिएशन से बच्चों में डिप्रेशन, स्किन एलर्जी और कैंसर तक होने के बात सामने आ रही है लेकिन अभी तक कोई पुख्ता मेडिकल रिपोर्ट नहीं आई है। तो आइए जानते हैं कि SAR Value क्या है और हम इस से कैसे बचे –

सार वैल्यू क्या है (What is Sar Value)

Sar Value full form (Specific Absorption Rate) है जो हमारे मानव शरीर द्वारा Absorb (विलयन) किए जाने वाली रेडियो तरंगों को मापने का पैमाना (Unit) है यानि किसी डिवाइस से निकलने वाली रेडियो फ्रीक्वेंसी, जिसे हमारा शरीर एब्जॉर्ब करता है, इसे SAR में मापा जाता है। सरल तरीके से समझा जाय तो जब हम Smart Phone का इस्तेमाल करते है उस वक्त मोबाइल से निकलने वाली रेडियो तरंगों को हमारा शरीर कितना ऑब्जर्व करता है उसे SAR VALUE से मापा जाता है।

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Image Credit- Samsung India

मोबाइल का रेडिएशन कैसे चेक करें (How to Check Sar Value)

वैसे तो सारी कंपनियों के द्वारा सभी मोबाइल फोन का Sar Value दिया जाता है। जिसे हम अपने Smart Phone के पीछे लगे स्टिकर पर या सेटिंग में देख सकते है। लेकिन Sar Value check करने का एक और आसान तरीका मैं आपको बता रहा हूं –

Phone Radiation Check करने के लिए सबसे पहले आपको अपने मोबाइल के डायल पैड पर sar value check number *#07# टाइप करना होगा, (जो Sar Value Code है) जिसके तुरंत बाद आपके स्क्रीन पर Sar Value का विवरण आ जाएगा।

यहां आपको दो तरह के वैल्यू दिखेंगे एक सिर के लिए और दूसरा शरीर के लिए। समझने वाली बात यही है कि शरीर के मुकाबले सिर की सार वैल्यू अधिक होती है जिससे विशेषज्ञ फोन पर लंबी बात करने के लिए मना करते हैं और हमेशा ईयर फोन इस्तेमाल करने की सलाह भी देते हैं।

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Sar Value कितना होना चाहिए। (Radiation Level Of Phone)

Head Sar Value in India अधिकतम 1.6Watt/KG निर्धारित की गई है। जो अमेरिका के लिए यही Sar Value मानी जाती है। जिसे अमेरिका के FCC (Federal Communications Commission) के द्वारा निर्धारित किया गया है वही यूरोप में Sar Value Standard 2Watt/KG माना गया है।

अगर हम बात करें कि Lowest Sar Value Phone में कितनी होनी चाहिए तो मानक के अनुसार 1.6Watt/Kg होनी आवश्यक है लेकिन Sar Value का कम होना या ज्यादा होना कि दोनों ही दशा में हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है।

मानक के अनुसार किसी भी फोन की Sar Value जितनी कम होगी वह हमारे लिए कम नुकसानदेय होगा और Highest Sar Level Phone से सदैव हमारे स्वास्थ्य को ज्यादा से ज्यादा नुकसान होता है इसीलिए फोन खरीदते समय Sar Value का खास तौर पर ध्यान देना चाहिए। ALSO READ :- AIRTEL 5G PLUS क्या है | पुराने 4G सिम को AIRTEL 5G में Convert कैसे करें?

Sar Value check कैसे की जाती है?

मोबाइल कंपनी जब कोई नया मॉडल तैयार करती है तो उसे बाजार में लाने से पहले उसका Sar Value टेस्ट किया जाता है। जिसका परिक्षण एक कृत्रिम मानव शरीर पर किया जाता है जिसके Tissue हमारे शरीर के Tissue जैसा ही व्यवहार करते हैं।

जिसके बाद शरीर में RADIO Frequency को Absorption Rate चेक करने के लिए प्रवाहित किया जाता है। फिर उस कृत्रिम मानव के सिर के दोनों तरफ से Radio Frequency को पास किया जाता है जिससे ये पता चल पाता है कि एक मनुष्य के सिर में कितना Radiation Absorb होता है। जिसके बाद तैयार रिपोर्ट संबंधित Govt. Auth. को भेजी जाती है और वहां से अप्रूवल के बाद ही मोबाइल का नया मॉडल बाजार में आ पाता है।

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मोबाइल रेडिएशन से होने वाले नुकसान

Mobile Radiation हमारे शरीर के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक है ये छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को ज्यादा प्रभावित करती है क्योंकि इन लोगों का शरीर Radiation को ज्यादा Absorb करता है इसलिए इनको मोबाइल फोन से दूर ही रहना चाहिए खासकर बच्चों को। इसके अलावा जब भी हम फोन पर बात करें तो हमेशा इयरफोन का ही इस्तेमाल करें।

Mobile Radiation हमे कैसे नुकसान पहुंचाता है?

मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडियो तरंगे हमारे शरीर पर हमेशा प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं जिसे अक्सर हम नजरंदाज कर देते है जो सही नही है कारण निम्नलिखित है –

  • ज्यादा देर तक मोबाइल इस्तेमाल करने से हमारे शरीर के टिशू को नुकसान पहुंचता है।
  • डॉक्टर के अनुसार इससे ब्रेन ट्यूमर और कैंसर भी हो सकते हैं।
  • इससे हमारे सर में दर्द, झनझनाहट, लगातार थकान, चक्कर आना, डिप्रेशन, नींद ना आना, सुनने में कमी और आंखों में ड्राइनेस जैसी दिक्कतें सामने आ सकती हैं।
  • अगर ऐसा वर्षों तक होता रहा तो हमारे शरीर में Multiple Sclerosis, Depression और Austism जैसी बीमारियां घर कर सकती है।
  • रेडियो तरंगों से व्यक्ति के प्रजनन क्षमता पर भी असर पड़ सकता है।

मोबाइल रेडिएशन से बचने के उपाय

मोबाइल या किसी भी प्रकार के Electronic Device जो Radio Frequency के आधार पर चलते है उनसे रेडिएशन होता है जैसे Laptop, Tablet और Mobile Phones। इससे बचने के निम्न तरीके हैं –

  • जब आवश्यक हो तभी फोन का इस्तेमाल करें और उस वक्त ईयर फोन का ही इस्तेमाल करना चाहिए जिससे हम रेडिएशन से बच सकें।
  • फोन इस्तेमाल न करने की अवस्था में उसे एयरप्लेन मोड में रखना चाहिए।
  • जब आपके मोबाइल फोन में कम सिग्नल आ रहे हो तो उस वक्त फोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसे समय में फोन से ज्यादा रेडिएशन होता है।
  • अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल ट्रेन, लिफ्ट, प्लेन और कार में बिल्कुल नहीं करना चाहिए। क्योंकि कम सिग्नल की वजह और दबाव से ज्यादा रेडिएशन होता है।
  • जब घर में हो और और बात करना जरूरी है ऐसे में मोबाइल की जगह लैंडलाइन का इस्तेमाल ज्यादा करें।

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मुझे पूरा विश्वास है कि आप लोगों को Sar Value क्या होता है और हमारे शरीर को कैसे नुकसान पहुंचाता है? के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी और यह आपको पूरी तरीके से समझ में आ चुकी होगी।

मेरा आपसे यह निवेदन है कि आप इस जानकारी को अपने आस-पड़ोस मित्रों और रिश्तेदारों में शेयर करें जिससे इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच पहुंचा कर इस विषय के प्रति जागरूकता लाई जाए जिससे आपके साथ साथ अन्य लोगों को भी इसका लाभ मिल सके।

इस विषय के प्रति कोई भी सुझाव आपके पास है तो आप कमेंट के माध्यम से अपनी बात हमारे तक पहुंचा सकते हैं जिसको मैं सुदृढ़ करने की कोशिश अवश्य करूंगा।

FAQ-

Q- Body sar kitna hona chahiye?

ANS – भारत में FCC मानक के अनुसार 1.6WATT/KG निर्धारित मानी जाती है।

Q – सार वैल्यू कैसे चेक करें?

ANS – सार वैल्यू चेक करने के लिए अपने मोबाइल से *#07# डायल करें, जो स्क्रीन पर विवरण आएगी वही आपके फोन का सार वैल्यू होती है।

Q – मोबाइल को अपने शरीर से न्यूनतम कितनी दूर रखना चाहिए?

ANS – कम से कम 15 मिमी तक अवश्य दूर रखना चाहिए।

Q- क्या 1.8 एसएआर वैल्यू सुरक्षित है?

Ans.- नही, अधिकतम 1.6watt/kg ही होना चाहिए।

AIRTEL 5G PLUS क्या है | पुराने 4G सिम को AIRTEL 5G में Convert कैसे करें?

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AIRTEL 5G PLUS: एयरटेल ने अपनी 5G सेवा को शुरू कर आखिरकार 5G का इंतजार खत्म किया। 1 अक्टूबर 2022 को Airtel 5G Service का शुभारंभ हुआ। 5G का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले आपके पास एक 5G Smart Phone होना आवश्यक है। उसके बाद प्रश्न आता है कि 5G Sim लेना होगा, तो ऐसा नहीं है। आपका पुराना Airtel 4G Sim को 5G में Upgrade कर दिया जायेगा।

Airtel 5G network की आरंभिक शुरुआत भारत के अभी आठ नगरों में किया गया है। जिसमे दिल्ली, वाराणसी, मुंबई, बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद, नागपुर और सिलीगुड़ी हैं। अगर आप इन्ही शहरों में से एक में रहते हैं और आप भी 5G को अनुभव करना चाहते हैं तो आप इसका लाभ उठा सकते हैं।

Airtel 5G Plus क्या है, 5G कैसे काम करता है या अपने पुराने Airtel 4G Sim को 5G में कैसे परिवर्तित करें तो आप अंत तक जरूर पढ़ें, इससे संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई है।

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AIRTEL 5G PLUS क्या है?

Airtel 5G network की शुरुआत भारत में 1 अक्टूबर 2022 से हो गई है। Airtel 5G Plus मोबाइल नेटवर्क की दुनिया में मील का पत्थर साबित होगी, क्योंकि ये किसी सामान्य 4G की गति (SPEED) से 30 गुना ज्यादा तेज होगी।

जिसकी जानकारी AIRTEL के सीईओ ने प्रगति मैदान में आयोजित समारोह के दौरान दी। जिनके अनुसार एयरटेल देश के कुल आठ शहरों में 5G की सेवा शुरू कर रही है। 2024 तक भारत के कोने कोने तक 5G को पहुंचा दिया जायेगा।

AIRTEL 5G का लाभ उठाने के लिए आपके पास एक 5G SMART PHONE होना आवश्यक है। वहीं पुराने AIRTEL 4G SIM को ही 5G में अपग्रेड कर दिया जाएगा। इसे भी पढ़ें : Nokia P2 Max 2022 Price, Release Date & Full Specifications

AIRTEL 5G PLUS Activate कैसे करें।

अगर आप 5G सिम को लेकर परेशान है कि कैसे और कहां से 5G SIM लाया जाय, तो मैं आपको बता दूं कि इसके लिए आपको एयरटेल के ऑफिस जाने की जरूरत नहीं है आपके मोबाइल में पहले से इस्तेमाल हो रहे 4G सिम को ही 5G में परिवर्तित कर दिया जायेगा। लेकिन कैसे? तो आइए जानते हैं

Airtel 4G Sim को 5G में बदलने के पूरे सेटिंग्स को ध्यान से करना है, जिसको नीचे चरणबद्ध तरीके से बताया गया है।

  • आपका मौजूदा Smart Phone 5G होना चाहिए, अगर ऐसा नहीं है तो आपको 5G Smart Phone लेना होगा।
  • अब आप अपने 5G Smart Phone की setting को खोलें।
  • Sim & Mobile Network Settings में जाएं।
  • DATA CONNECTION में 4G से बदलकर 5G कर दें।
  • अब आपके फोन से कुछ समय के लिए नेटवर्क उपलब्ध नहीं होगा, लेकिन कुछ समय बाद वापस आते ही आप 5G का भरपूर आनंद उठा सकते हैं।
  • आपके मौजूदा मोबाइल सेट में Airtel Thanks App पर जाकर पता कर सकते हैं।

AIRTEL 5G Plans Price कितनी होगी?

आपको बताना दें कि Airtel 5G के लिए अलग से कोई विशेष प्लान लॉन्च नही करेगा। अभी आप जो भी मौजूदा 4G Plans का इस्तेमाल कर रहे थे वही प्लान 5G के लिए भी काम करेंगे।

जैसे अगर आप अभी Airtel 5G Plans 84 Days वाला प्लान इस्तेमाल करते हैं तो वही प्लान चलेगा। लेकिन एयरटेल 5G का इस्तेमाल करने के लिए उपरोक्त 8 शहरों में से एक का निवासी होना अनिवार्य होगा।

Airtel 5G Speed Test

AIRTEL 5G Launching के समय जब experts ने Airtel 5G की स्पीड 1GBPS थी, जो बेहद शानदार स्पीड है। 4G और 5G में मुख्य अंतर इंटरनेट की स्पीड का है जो 4G से 30 गुना (30X) ज्यादा है। इससे DOWNLOAD या UPLOADING में कुछ सेकंड का ही समय लगेगा।

“AIRTEL 5G PLUS क्या है | पुराने 4G सिम को AIRTEL 5G में Convert कैसे करें?” आर्टिकल कैसा लगा। कमेंट करके जरूर बताएं। इस जानकारी को आप चाहें तो अपने परिवार के सदस्यों या मित्रों के साथ शेयर कर सकते हैं।

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FAQ –

Q – एयरटेल 5G किन किन शहरो में उपलब्ध है?

Ans.- दिल्ली, मुंबई, सिलीगुड़ी, वाराणसी, हैदराबाद, बैंगलोर, चेन्नई और नागपुर में उपलब्ध हैं

Q – कैसे पता करें कि हमारे फोन में 5G SUPPORT करेगा या नहीं?

ANS. – अपने फोन में Airtel Thanks App को डाउनलोड करके पता कर सकते हैं।

Q – Airtel 5G Sim कहां से प्राप्त करें?

ANS. – AIRTEL 5G के लिए अलग से 5G सिम लेने की जरूरत नहीं है मौजूदा 4G सिम पर ही 5G भी काम करेगा।

TRAI LAUNCH TRUECALLER APP | TRAI CALLER ID APP LAUNCH

Trai Launch Truecaller App, (Truecaller App, TRAI Caller ID App, Benefits, Launch Date)

TRAI LAUNCH TRUECALLER APP: Have you ever thought of the Person who gives us a call on your Mobile Phone?

There are lots of Apps on your mobile, and when you Install them, It becomes easy for you to recognize the right calling person.

TRAI Logo

But can you recognize that the right person is calling you? To Solve this problem New Trai Truecaller App has been launched.

NAME OF AUTHORITYTELECOM REGULATORY AUTHORITY OF INDIA
ARTICLETRAI LAUNCH TRUECALLER APP
TYPE OF ARTICLE NEW AND LATEST UPDATES
APPS NAMENOT ANNOUNCED
APP LAUNCH DATECOMING SOON

TRAI LAUNCH TRUECALLER APP

After installing this app you will not face any problems because of your Mobile number. I.D. card, Aadhaar card, Voter I’d and Driving licenses have been issued.

And that name will only be displayed on the screen. If any fraudster calls you, you can easily complain against him/her in the Police Station.

PROTECTIVE COVER FOR WOMEN’S AND GIRLS: (TRAI LAUNCH TRUECALLER APP)

Another way to you safe is from fraudulent online work and bank promotional calls and more beneficial for women’s safety.

Most people get hented of Fraud OTP no. by which their Bank Account gets empty. This app is also Beneficial for OTP and your Bank Account will be safe.

TRAI LAUNCH TRUECALLER APP BENEFITS

If any fraud person calls you and gives fraud information, then this New Truecaller App will display all the right identities of the following person. Eg like:- E-KYC-based documents AADHAAR CARD, DRIVING LICENCE AND VOTERS I’D etc.

HOW TO TRAI LAUNCH TRUECALLER APP DOWNLOAD

No official date has been announced for the launch of TRAI’s new Truecaller App, but according to the Department’s Officials, it is trying to launch in next few months.

As soon as there is any new information related to TRAI’s TrueCaller App launch, we will try to reach you immediately through our article.

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TRAI CALLER ID APP: Hope you like

This Article TRAI LAUNCH TRUECALLER APP and information regarding this app, should it with your Friends and family members more and more.

FAQ-

Q.1- Which is the original Truecaller app?

Ans.- TrueCaller is a smartphone application that has features of caller identification, call-blocking, flash-messaging, call-recording (on Android up to version 8), Chat and voice by using the Internet.

Q.2- Is the Truecaller app free?

Ans.- Truecaller is a completely free app to download and use for all supported platforms. However, if you want.

Q.3- How do I download Truecaller?

Ans.- TrueCaller is supported by iOS and Android devices, so downloading the app is as simple as heading to the appropriate app store for either platform. You can download Truecaller for free, but a premium subscription removes ads and unlocks some other features.

5 BEST AIR COOLER UNDER 10000 IN INDIA 2023

5 BEST AIR COOLER UNDER 10000 IN INDIA 2023 (एयर कूलर, Air cooler price 5,000 to 10,000, Best cooler Under 10000, Symphony cooler under 10000, Crompton air cooler, Best Cooler in India)

गर्मी अब अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर चुकी है ऐसे में सीलिंग फैन से गर्मी को दूर करना थोड़ा मुश्किल सा लगने लगा है वहीं ऐसे मौसम में ठंडक का अहसास एयर कंडीशनर बेहतर कराता है। लेकिन कुछ ऐसे Air Cooler in India हैं जो कहीं से भी Air Conditioner से कम cooling नहीं करते।

अगर आप Air Cooler खरीदना चाहते हैं या एयर कूलर के बारे में जानना चाहते हैं तो इस पोस्ट के साथ अंत तक बने रहें,

Buy Best Air Cooler In India Under 10000

AIR COOLER WARANTY PRODUCT LINK
BAJAJ DMH 65 NEO 65 LTR 1 YEAR COMPREHENSIVE & 2 YEAR ON DURAMARINE PUMP WARRANTY SEE BEST PRICE & DETAILS
CROMPTON OZONE 75 LTR 1 YEAR COMPREHENSIVE WARRANTY BEST PRICE & DETAILS
SYMPHONY DIET 35T 35LTR1 YEAR COMPREHENSIVE WARRANTY BEST PRICE & DETAILS
HAVELLS CELIA 55 LTR1 YEAR COMPREHENSIVE WARRANTYBEST PRICE & DETAILS
VOLTAS VICTOR 47 LTR1 YEAR COMPREHENSIVE WARRANTYBEST PRICE & DETAILS

इस आर्टिकल में आपके लिए कुछ चुनिंदा एयर कूलर के विवरण बताने जा रहे हैं जो अच्छी कीमत पर Amazon पर उपलब्ध हैं। यहां आपको उन सभी एयर कूलर की खासियतें और कीमत बताएंगे जो आपके लिए लाभप्रद साबित होने वाली है।

वैसे तो बाजार के किसी भी इलेक्ट्रॉनिक दुकान या किसी बड़े रिटेल चेन से भी इन एयर कूलर को खरीद सकते हैं लेकिन जितना फायदा आपको मिलना चाहिए वो मिल नही पाता। क्योंकि अमेजन या किसी भी ऑनलाइन पोर्टल पर बहुत अच्छा Discount के साथ CREDIT/DEBIT CARD पर EMI के साथ कैशबैक भी मिल जाता है जो साधारण इलेक्ट्रॉनिक की दुकान पर नही मिलता। Also read- Best cooler Under 5000

बेस्ट एयर कूलर अंडर 10000 इन इंडिया

BAJAJ DMH 65 NEO 65 LTR AIR COOLER

BAJAJ Air Cooler में 65 लीटर का जंबो वाटर टैंक है जो लगभग 18 घंटे के लिए पर्याप्त होगा। BAJAJ DMH 65 NEO Air Cooler में Anty Bacterial Hexacool Tel Pad हैं जिससे बैक्टेरिया मुक्त हवा मिलने वाली है। इस कूलर से हवा का संचार कमरे के कोने कोने में होता है।

BAJAJ AIR COOLER SPECIFICATIONS:

  • ONE YEAR COMPREHENSIVE WARRANTY
  • DESERT COOLER WITH DURA MARINE PUMP (2 YEAR WARRANTY)
  • TURBO FAN TECHNOLOGY
  • AIR THROW- 90 FEET
  • ANTY BACTERIAL HEXACOOL TECHNOLOGY PADS.

MRP- 14390/- BEST BUY- 9999/-

CROMPTON OZONE 75 LTR AIR COOLER

ये Crompton Air Cooler जिसमे 75 लीटर के वाटर टैंक क्षमता के साथ Honeycomb Cooling Pad लगा हुआ है जिससे Surrounding कूलिंग मिलती है। इस कूलर की Air Throw 52 फीट है जिससे कमरे में ठंडक कोने कोने तक आसानी से पहुंच पाती है साथ ही इसका Noise Level भी बेहद कम है।

CROMPTON AIR COOLER SPECIFICATIONS:

  • ONE YEAR COMPREHENSIVE WARRANTY
  • FULL SHOCK PROOF BODY.
  • WATER TANK CAPACITY 75 LTR
  • AIR THROW 52 FEET
  • EFFECTIVE HONEYCOMB COOLING PAD
  • POWER CONSUMPTION -190 WATTS

MRP- 17,200/-. BEST BUY – 9900/-

SYMPHONY DIET 35T 35 LTR AIR COOLER

Symphony एक पुराना और बाजार का विश्वसनीय एयर कूलर ब्रांड है। या यूं कहें कि नए जमाने के कूलर की शुरुआत सिंफनी द्वारा की गई तो ये अतिशयोक्ति भी नही होगी। Symphony Air Cooler की क्वालिटी उच्चतम स्तर की होती है तभी ये ब्रांड आज भी अपने सेगमेंट में अग्रणी ब्रांड है। आइए जानते है SYMPHONY DIET 35T AIR COOLER के बारे में

SYMPHONY AIR COOLER SPECIFICATIONS:

  • TOWER AIR COOLER
  • WATER TANK CAPACITY 35 LTR
  • HONEYCOMB PAD
  • AIR THROW – 30 FEET
  • POWER CONSUMPTION- 170 WATT
  • 1 YEAR COMPREHENSIVE WARRANTY

MRP- 9990/-. BEST BUY: 8539/-

HAVELLS CELIA 55 LTR AIR COOLER

Havells Electronic Product बनाने वाला एक विश्वसनीय भारतीय ब्रांड है जिसके अंतर्गत LLOYD, STANDARD, CRABTREE जैसे BRANDS आते है। HAVELLS INDIA ने अपने कूलर्स की अच्छी खासी रेंज मार्केट में दी है। HAVELLS के उत्पाद अच्छी और उच्चतम स्तर के बने होते हैं तो आज जानते है HAVELLS CELIA 55 LTR एयर कूलर के बारे में

HAVELLS AIR COOLER SPECIFICATIONS:

  • WATER TANK CAPACITY 55 LTR
  • POWERFULL AUR THROW
  • 3 SIDE HONEYCOMB PAD
  • 16″ ALLUMINIUM FAN BLADE
  • CORD WINDING STATION
  • LOW NOISE
  • ICE CHAMBER
  • AIR THROW 3500M³/h
  • ONE YEAR COMPREHENSIVE WARRANTY

MRP: 17,790/-. BEST BUY: 10,990/-

VOLTAS VICTOR 47 LTR AIR

VOLTAS VICTOR 47 के तौर पर पर वोल्टास ने अपना नया कूलर मार्केट में दिया है। Voltas Electronics TATA GROUP का ही एक भाग है। वैसे तो VOLTAS AIR CONDITIONERS का जाना माना ब्रांड है लेकिन कुछ समय पहले से वोल्टास ने इस सेगमेंट में भी अपने पैर जमाने शुरू किया है। आइए जानते हैं VOLTAS के नए एयर कूलर के बारे में

VOLTAS AIR COOLER SPECIFICATIONS:

  • 1 YEAR COMPREHENSIVE WARRANTY ON PRODUCT
  • WATER TANK CAPACITY 47 LITRE
  • AESTHETICALLY DESIGN
  • WATER LEVEL INDICATOR
  • TURBO AIR THROW
  • ICE CHAMBER
  • POWER CONSUMPTION 230 WATTS

MRP: 11990/-. BEST BUY: 9990/-

इस आर्टिकल 5 BEST AIR COOLER UNDER 10000 IN INDIA 2023 में टॉप 5 Best Coolers के बारे में जानकारी दी गई है जो बिल्कुल latest है। आपको ये आर्टिकल कैसा लगा, कॉमेंट करके बताए। संभव हो तो इसे अपने जानने वालों के साथ भी शेयर करें। धन्यवाद

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FAQ –

Q- Which air cooler is best under 10000?

Ans.- Many top Air cooler brands in India but some Brand are on top like – Bajaj, Crompton, Symphony, Voltas and Havells air coolers.

Q- Best Air Cooler under 10000 in India 2023?

Ans.- Crompton, Bajaj, Usha, HAVELLS and Symphony.

Q- Which company air cooler is best?

Ans.- this Question’s answer is difficult because mostly top brands Air cooler is Best like Symphony, Bajaj, Havells and etc.

How To Start Podcast Website in WordPress | वर्डप्रेस पर पॉडकास्ट वेबसाइट कैसे बनाएं?

क्या आपने कभी podcast सुना है। हमें यकीन है आपने यूट्यूब चैनल Ranveer Allahbadia के यूट्यूब चैनल पर पॉडकास्ट जरूर सुना होगा। आज दर्शकों को केवल शॉर्ट वीडियो फॉर्मेट में ही जानकारी अच्छी नही लगती है बल्कि उन्हें लॉन्ग वीडियो फॉर्मेट भी काफी पसंद आता है। जिसके कारण आज काफी लोग Podcast कर रहे है क्योंकि दर्शकों को अभी Podcast सुनना काफी पसंद आता है। आप भी Podcast की एक वेबसाइट बना सकते है। क्या आप जानते है कि वर्डप्रेस पर पॉडकास्ट वेबसाइट कैसे बनाएं? तो आपको इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ना चाहिए।

WordPress से Podcast Website बन सकती है?

जी हां, WordPress पर काफी सारे ऐसे Plug in है जो Podcast website को सेट अप करने के लिए चाहिए। आप बिना अधिक टेक्निकल नॉलेज के होते है WordPress से Podcast Website बना सकते है। अगर आप भी जानना चाहते है कि किस तरह से मुमकिन है तो आप इस आर्टिकल के हर एक पैराग्राफ को ध्यान से पढ़ना चाहिए। Also readखोया/चोरी हुआ फोन तुरंत ब्लॉक करें | @SANCHARSAATHI.GOV.IN

Podcast क्या है?

Podcast की शुरुवात की बात करे तो इसे ऑडियो क्लिप के रूप में शुरू किया गया था। Gaana App, Spotify पर ऐसे काफी सारे Podcast है तो आप हेड फोन में लगाकर एक्सपीरियंस कर सकते है। आप भी अगर Podcast Website बनाते है तो उसमे अपडेट ऑडियो फॉर्म में ही कर पायेंगे। आप अपनी वेबसाइट पर प्रतिदिन या अपने काम के अनुसार वहा पर नई ऑडियो फाइल अपडेट करेंगे। इसे ही Podcast Website कहा जाएगा।

वर्डप्रेस आपके पॉडकास्ट वेबसाइट के लिए Built in RSS Feed System के साथ आता है। आज काफ़ी सारे पॉडकास्टर अपने वेबसाइट को सेट अप करने के लिए WordPress का ही इस्तेमाल करते है। आप अपने Podcast website को itunes के साथ भी कनेक्ट कर सकते है।

Podcast शुरू करने का कारण क्या होता है?

हर व्यक्ति के लिए Podcast शुरू करने के कई वजह हो सकता है, हमने कुछ संभव कारणों को आपके सामने रखने का प्रयास किया है-

एंटरटेनमेंट के लिए

  • किसी के विषय पर विस्तार से जानकारी प्रदान करने के लिए
  • अपना खुद का एक प्रोफेशनल ब्रांड क्रिएट करने के लिए
  • अपने किसी बिजनेस की inbound marketing करने के लिए

IMPORTANT – CENTRAL AND STATE GOVT. CURRENT JOBS @ www.sarkarijobs26.com

वर्डप्रेस पर पॉडकास्ट वेबसाइट कैसे बनाएं?

WordPress पर Podcast Website बनाने के लिए आपको Host चाहिए होगा। हमारे सुझाव को माने तो आप Hostinger ले सकते है। अगर आपको WordPress पर Podcast Website बनानी है तो आपको WordPress block theme का इस्तेमाल करना होगा। जो आपके वेबसाइट को Full site editing की सुविधा प्रदान करता हैं। जिसके लिए आप Raft Theme का इस्तेमाल कर सकते है। आपको नीचे बताए गए प्रोसेस को फॉलो करना होगा। इस तरह से आप WordPress पर Podcast Website बना सकते है।

  • Raft Theme Install
  • Raft Theme को इंस्टॉल करने के लिए आपको Appearance पर जाना होगा।
  • Appearance पर जाने के बाद आपको Themes के विकल्प पर जाना होगा।
  • उसके बाद आपको Add New के विकल्प पर क्लिक करके सर्च बार में Raft Theme लिखना होगा।
  • जब आपको वो दिख जाए तो आपको Install के विकल्प पर क्लिक करके Activate के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • इस तरह से आप Raft Theme Install कर पाएंगे।
  • Access the Full Site Editor
  • आपको वापिस से WordPress में जाकर Appearance के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • उसके बाद आपको Editor के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • यह आपको Full Site Editor के सेक्शन में लेकर आ जाएगा।
  • इधर आप अपनी वेबसाइट के सभी Page और Page Components को देख पाएंगे। जिसे Template और Template Parts के नाम से भी जाना जाता है।
  • आपको उसके बाद Templates के विकल्प पर जाना होगा।
  • उसके बाद आपको Front Page के विकल्प पर जाना होगा।
  • उसके बाद आपको Edit के विकल्प पर जाना होगा।

Set Up Home Page and header Section

एक बार जब आप WordPress के Editor सेक्शन में आ जाते है तो आप Homepage पर मौजूद काफी सारे सेक्शन को edit कर सकते है। अगर आपने कभी WordPress Block Editor का इस्तेमाल किया है तो यह बिल्कुल उसी तरह से काम करता है। केवल एक अंतर यह है कि WordPress Block Editor से आप एक पेज को क्रिएट करते है। इससे आप Home Page के काफी सारे सेक्शन को Edit कर सकते है। आप इस Editor Section में जाकर Header को भी Edit कर सकते है। इस तरह से आप Home Page और Header Section को edit कर सकते है।

Install the Blubrry PowerPress Podcasting plugin

अगर आपको लगता है कि आपने Home Page और Header Section में सेट अप कर लिया है तो आप गलत हो सकते है। आपको Blubrry PowerPress Podcasting plugin को install करना होगा। आपको Dashboard में Plug in के विकल्प पर जाना होगा। उसके बाद आपको Add new के विकल्प पर जाकर Blubrry PowerPress Podcasting plugin को install करके Activate करना होगा।

Add your podcast audio files to the WordPress

उसके बाद जब आप Audio Files create कर लेते है तो आपको Add New के विकल्प पर जाकर Media के सेक्शन में जाना होगा। उसके बाद Add New के विकल्प पर जाना होगा। अब आप Select Files के विकल्प पर जाए। उसके बाद आपको Url को कॉपी करके Clipboard में डालना होगा।

इस तरह से आप अपना WordPress पर Podcast Website create कर सकते है।

निष्कर्ष

आज इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको How To Start Podcast Website in WordPress के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया है। उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तो और सहपाठी के साथ भी शेयर कर सकते है। वही अगर आपके मन में कोई और सवाल आता है तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में संपर्क कर सकते है।

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F.A.Q.

Q- क्या WordPress Podcasting के लिए अच्छा है?

Ans. जी हां, अगर आप Podcasting Website बनना चाहते है तो आपके WordPress सबसे आसान तरीका है जिसे आप अपनी वेबसाइट को सेटअप कर सकते है।

Q- Podcast शुरू करने के लिए आपको क्या चाहिए?

Ans. अगर आप podcast शुरू करना चाहते है तो आपको एक शांत रूम, कुछ अच्छे माइक और कुछ audio enhancing tool चाहिए। अगर आप ऐसा कर लेते है तो यह आपके लिए आसान हो जाता है।

Q- Podcast Website बनाने के लिए होस्टिंग कहा से ले?

Ans. आप जब पॉडकास्ट वेबसाइट बनाते है तो आप होस्टिंग Hostinger से ले सकते है।

How to Open Non-Secure Websites in Google Chrome

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हम सब भी ब्राउजिंग गूगल क्रोम के माध्यम से करते है तो हम अक्सर देखते है कि कुछ वेबसाइट क्रोम के ब्राउजिंग साइट पर नही चल पाती है। इन वेबसाइट के Google Chrome पर न खुलने की एक वजह यह है कि यह वेबसाइट non secure website होते है। अगर आप भी इस तरह की चीज का अनुभव कर चुके है। तो आज हमने आपके लिए इस आर्टिकल के माध्यम से How To Open Non Secure Website In Google Chrome के बारे में बताने का प्रयास किया है। 

Non Secure Websites क्या होते है? 

आप Non Secure Websites को वेबसाइट की उस कैटेगरी में रख सकते है जो HTTPS Protocol को फॉलो नही करते है। इसके अलावा भी कई सारे अन्य फीचर्स होते है एक Non Secure Websites के। जिसके बारे में हमने नीचे बताए गए पॉइंट्स के द्वारा बताया है।

  • यह नॉन सिक्योर वेबसाइट के पास SSL Certificate नही होता है।
  • इन नॉन सिक्योर वेबसाइट में malicious Script मौजूद रहते है।
  • यह वेबसाइट आपके बिना परमिशन के कुछ हार्मफुल फाइल्स आपके मोबाइल में डाउनलोड कर देते है।

एक बार जब Google Chrome के वेबसाइट ने किसी साइट को Non Secure Websites घोषित कर दिया है फ़िर वेबसाइट के ऑनर को कुछ करना होगा या फिर आपको ही कोई अन्य तरीका देखना होगा जिससे आप Google Chrome पर Non Secure Websites को एक्सेस कर पाए। आपके जानकारी के लिए बता दे कि इस काम को करने के काफी सारे तरीके है, जानने के लिए हमारे साथ इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

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Non Secure Websites को Google Chrome पर कैसे खोले?

अगर आप Non Secure Websites को Google Chrome के द्वारा खोलना चाहते है तो आपको नीचे बताए गए तरीके का इस्तेमाल करना होगा।

Unsafe Option को ही सेलेक्ट करे

अगर आपको लगता है कि आप Google Chrome पर Non Secure Website को यूज ही नही कर सकते है तो आप गलत है। Google Chrome आपको खुद ही इन Non Secure Website को explore करने का विकल्प प्रदान करता है। 

जब आप किसी भी Non Secure Website को खोलते है तो आपको your connection is not private या your connection to this site is not secure का विकल्प नज़र आता है। जब अभी आप गूगल क्रोम पर ऐसे किसी मैसेज को देखते है तो आपको Advanced Button पर क्लिक करना होगा। जिसके बाद आपको Proceed के विकल्प पर जाना होगा। जिसके बाद आप नॉन सिक्योर वेबसाइट को गूगल पर पर access कर पाने में सफल हो जाएंगे।

आपको केवल इन वेबसाइट के आगे ताला जैसा आइकन नही दिखाई देगा। लेकिन। आप उसके बावजूद भी Non Secure Website को आसानी से access कर पाने में सफल हो सकते है।

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Non Secure Origins Flag के ऑप्शन को Enable कर दीजिए

अगर आप काफी बार Non Secure website को Google Chrome पर देखते है तो आपके लिए बेहतर यही होगा कि आप Non Secure Website दिखाने वाले सेटिंग को ही Google Chrome पर Enable कर दे। यह आपके लिए समय भी बचाएगा और आपको बार बार इतने लंबे लंबे स्टेप्स का इस्तेमाल करने Unsecure website को ऑपरेट करने की जरूरत नही होगी।

  • आपको Google Chrome के सर्च बार में जाकर chrome://flags यह टाइप करना होगा। 
  • उसके बाद आपको Insecure origins treated as secure को सर्च बार में टाइप करके लिखना होगा।
  • उसके बाद आपको स्क्रीन को नीचे की तरफ scroll करके Enabled के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • जिसके बाद आपको उस वेबसाइट की लिंक को कॉपी करना होगा। जिस पर आप इस Non Secure Websites का मैसेज Google Chrome पर नही देखना चाहते है।
  • इसके बाद आपको Relaunch के विकल्प पर क्लिक करके google chrome को वापिस से बन्द करके उसे खोलने का प्रयास करना होगा।
  • उसके बाद आपको उस Specific Non Secure Websites को चलाने में Google Chrome पर किसी भी तरह की कोई भी असुविधा नहीं आएगी।

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Incognito Mode चालू करके चलाए

Google Chrome में आपको Incognito Mode की भी सुविधा प्रदान की गई है। जिसे हम लोग private mode के नाम से जानते है। Incognito Mode पर आपके वेब हिस्ट्री, कुकीज, साइट डाटा किसी भी तरह के इनफॉर्मेशन को ब्राउजर द्वारा सेव नही किया जाता है। आप अगर Google Chrome पर Non Secure Websites को ऑपरेट नही कर पा रहे है तो आप Google Chrome पर जाकर Incognito Mode को ऑन करके भी Non Secure Websites को बिना किसी असुविधा के ऑपरेट कर सकते है।

ब्राउजर पर मौजूद Cookies और Site Data को क्लियर करिए

आप अगर Google Chrome पर पहले किसी वेबसाइट को आसानी से ऑपरेट करते थे लेकिन अब उस वेबसाइट को चालू करने पर आपको Non Secure Websites का मैसेज दिखाई दे रहा है तो आप आपको यह करना होता है कि आप अपने ब्राउजर पर इस वेबसाइट का Cookies और Site Data को क्लियर कर दे। अगर आप भी अपने किसी वेबसाइट पर से Cookies और Site Data को क्लियर करना चाहते है तो आपको नीचे बताए गए प्रक्रिया को फॉलो करना होगा,

  • आपको google chrome पर दिए गए तीन डॉट पर क्लिक करना होगा। 
  • उसके बाद आपको सेटिंग्स के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • उसके बाद आपको Security and Privacy के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • जिसके बाद आपको Clear Browsing Data करना होगा।
  • आपको Cookies और अन्य साइट के डाटा को और Cache image और फाइल्स को क्लियर करना होगा।
  • एक बार जब आप सभी Cookies और Site Data को क्लियर कर देते है तो उसके बाद आपको उस वेबसाइट को ऑपरेट करने में किसी भी तरह की कोई असुविधा नहीं होती है।

निष्कर्ष

आज इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको How to Open Non-Secure Websites in Google Chrome के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया है। उम्मीद है आपको यह आर्टिकल सहायक लगा होगा। अगर ऐसा है तो आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तो और सहपाठी के साथ भी शेयर कर सकते है।

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FAQ-

Q- Chrome पर Non Secure Website क्यों नहीं खुलती रही है?

ANS- Google Chrome पर कोई भी Non Secure Website इसलिए खुलती है क्योंकि इन वेबसाइट के पास SSL Certificate नही होता है। साथ ही में यह वेबसाइट HTTPS के Protocol को भी फॉलो नही करते है।

Q- Chrome पर Non Secure Website चलाने का क्या खतरा है?

ANS- आप जब Google Chrome पर Non Secure Website को चलाते है तो यह वेबसाइट आपके मोबाइल में वायरस भी पहुंचा सकते है। काफी बार यह वेबसाइट केवल आपके मोबाइल को नुकसान करने के लिए बनाए जाते हैं। इसी कारण से Chrome पर नॉन सिक्योर्ड वेबसाइट को चलाने पर काफी खतरा होता है। हम आपको यही सुझाव देंगे कि आपको कभी भी किसी भी Non Secured Website को ब्राउज़ ही नही करना चाहिए।

Q- कैसे मालूम चलेगा कि यह वेबसाइट एक Non Secure Website है?

ANS- जब भी आप कोई वेबसाइट की लिंक को देखते है तो उस वेबसाइट के url में अगर HTTPS की जगह केवल HTTP है तो यह एक Non Secure Website मानी जाती है

BARCODE क्या होता है | बार कोड कैसे काम करता है?

बार कोड क्या होता है , बार कोड कैसे काम करता है (Bar code kya hai, बारकोड किसे कहते हैं, How to make barcode, बारकोड को क्यों इस्तेमाल करते हैं, बारकोड स्कैनर, बारकोड के फायदे और नुकसान क्या है, बारकोड कितने प्रकार का होता है)

आज कल आप किसी भी कंपनी या ब्रांड का कोई कपड़ा या प्रोडक्ट खरीदते है तो आपने प्राइस टैग पर कुछ काली रेखाएं देखी होगी, ये काली रेखाएं ही बारकोड कहलाती हैं। हमें उम्मीद है कि आपने भी इस Barcode के द्वारा Payment जरूर किया होगा। अगर आप भी जानना चाहते है कि यह Barcode क्या है? और कैसे काम करता है? तो आपको इस आर्टिकल को अंत तक देखना चाहिए। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको Barcode से संबंधित हर संभव जानकारी प्रदान करने का प्रयास करेंगे।

Barcode क्या है? (What is Barcode in Hindi)

Barcode एक तरह का मशीन रीडेबिलिटी कोड है जो नंबर और लाइन्स के फॉर्मेट में मौजूद रहता है। यह लाइन्स एक दूसरे के parallel ही होती है। बारकोड अधिकतर किसी भी प्रोडक्ट के पीछे प्रिंट किया गया होता है। यह Barcode सिस्टम बिजनेस के लिए काफी मददगार है।

इस बारकोड की मदद से company अपनें प्रोडक्ट तो ट्रैक कर सकती हैं। कंपनियों द्वारा इस Barcode का इस्तेमाल मूल्य, उत्पाद, उत्पाद की मात्रा, किस देश में बना है, उत्पादन तिथि और एक्सपायरी डेट का पता लगाने के लिए किया जाता है। उम्मीद है बार कोड क्या होता है आप समझ गए होंगे। Also read: खोया/चोरी हुआ फोन तुरंत ब्लॉक करें | @SANCHARSAATHI.GOV.IN

Barcode की शुरुवात कब हुई ?

आज से करीब 70 से 75 साल पहले 1950 के करीब में इस Barcode का आविष्कार हुआ था। Joseph Woodland एक मैकेनिकल इंजीनियर थे जो Drexel University से पढ़े हुए थे। सबसे पहले उन्होंने ही इस parallel लाइन को ड्रॉ किया था। जो Morse code से काफी मिलता जुलता दिखाई देता है।

Barcode नाम को Patent 1952 में किया गया। जिसके बाद लोगो को यह टेक्नोलॉजी काफी पसंद आई। वर्ष 1966 में National Association of Food Chains (NAFC) ने इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल automated checkout system में किया था। इस तरह से Barcode की शुरुवात हुई थी।

Barcode कैसे बनाए? (How to create Barcode in Hindi)

अगर आप भी अपने द्वारा बनाए गए किसी प्रोडक्ट के लिए barcode बनना चाहते है तो आपको नीचे बताए गए प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से पूरा करें,

  • वेबसाइट पर जाने के बाद आपको Online Barcode Generator के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • उसके बाद आपको कई सारे विकल्प दिखाई देंगे जैसे Linear Codes, Postal Codes, 2D Codes, Banking और Payments Code जैसे अन्य विकल्प नज़र आ जाते है।
  • आपको उसमे से Barcode किस काम के लिए बनाना है। उस विकल्प को चुनना होगा।
  • इस तरह आपके सामने एक स्ट्रक्चर जनरेट हो जाएगा। इस तरह से आप बारकोड भी बना सकते है। और उस बारकोड को डाउनलोड कर सकते हैं।

IMPORTANT:-How to Open Non-Secure Websites in Google Chrome

Barcode कैसे काम करते है?

यह Barcode symbology और scanner के कॉम्बिनेशन से मिलकर बनता है। अगर आप ये जानना चाहते है कि यह काम कैसे किया जाता है? तो आपको नीचे बताए गए स्टेप्स को देखना चाहिए।

  • Barcode को पढ़ने के लिए आपको सबसे पहले Scanner का इस्तेमाल करना होगा।
  • यह Scanner Barcode के symbols को समझकर उन्हें यूजफुल इनफॉर्मेशन में बदल देता है।
  • इन Barcode में मुख्य तौर पर किसी प्रोडक्ट के ओरिजिन की जानकारी, उनका प्राइस और लोकेशन से जुड़ी जानकारी प्रदान की जाती है।
  • जब इस Barcode का Scanner डाटा को रीड करता है तो उसके बाद यह आपके information को खुद ही save कर लेता है।

Industry में Barcode का इस्तेमाल कैसे करे?

बड़ी बड़ी इंडस्ट्री में भी Barcode का इस्तेमाल किया जाता है। हमने आपको कुछ तरीके बताए है जिसमे आप इस Barcode का इस्तेमाल कर सकते है।

  • इंडस्ट्री अपनी प्रोडक्ट की इन्वेंटरी को चेक करने के लिए भी इस बारकोड का इस्तेमाल करती है। बिना बारकोड के इस चीज का इस्तेमाल करना काफी कठिन हो सकता है। इसी कारण से Barcode का इंडस्ट्री में काफी जरूरत होती है।
  • इंडस्ट्री अपने assets को भी Barcode के द्वारा अटैच करती है। जब कंपनी asset को बारकोड के साथ में अटैच करती है तो उनके assets की एकाउंटेबिलिटी भी बढ़ती है।
  • काफी सारी इंडस्ट्री Return mail में भी बारकोड का इस्तेमाल करते है। इंडस्ट्री इस Barcode का इस्तेमाल return mail Registration Postcard में भी कर सकते है। आप इस तरह से आसानी से अपने कस्टमर को याद रख सकते है और उन्हे आसानी से रिटर्न मेल कर पाएंगे।

Barcode का इस्तेमाल कैसे किया जाता है?

इन Barcode का इस्तेमाल काफी जगह पर किया जाता है, अगर आप भी उन इस्तेमाल करने के तरीके के बारे में जानना चाहते है तो आपको नीचे दिए गए पॉइंट्स को देखना चाहिए।

  • Barcode का इस्तेमाल कंज्यूमर रिटेल्स गुड में किया जा सकता है।
  • इन Barcode का इस्तेमाल आप Manufacturing Process Tracking में किया जाता हैं।  इन बारकोड का इस्तेमाल व्हीकल के पार्ट को असेंबल करने में भी किया जाता है।
  • Barcode का इस्तेमाल Product Supply chain के अंदर भी किया जाता है।
  • इन Barcode का इस्तेमाल पोस्टल सर्विस में भी इस्तेमाल किया है। स्पीड पोस्ट करने के लिए भी इन Barcode का इस्तेमाल किया जाता है।
  • Medicines के अंदर भी Barcode का इस्तेमाल anti counterfeiting और Expiring System को रोकने के लिए किया जाता है।

निष्कर्ष

आज इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको Barcode क्या है ? और kaise kaam karte hai? के बारे में बताया है। उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तो और सहपाठी के साथ भी शेयर कर सकते है। वही अगर आपके मन में कोई सवाल आता है तो आप हमसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में संपर्क कर सकते है। धन्यवाद!

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F.A.Q

Q- Barcode में कितने अंक लिखे होते है?

Ans. Barcode के अंदर 1 से लेकर 9 तक के अंक लिखे होते है।

Q- Barcode स्कैन कैसे किया जाता है?

Ans. Barcode स्कैन करने के लिए QR और Barcode Scanner का स्कैन करके इस्तेमाल किया है।

Q- Barcode के आविष्कारक कौन है?

Ans. इस Barcode technology के आविष्कारक Norman Joseph Woodland है।

Q- Barcode कितने प्रकार के होते है?

Ans. Barcode कई तरह के होते है, 1D और 2D. 1D Barcode के दो भाग होते है, पहला barcode और दूसरा 12 डिजिट का UPC number. वही 2D barcode की बात करे तो यह text information जैसे Price, quantity, web address और image. अभी के समय में 2D barcode काफी डेवलप हो गया है। इसका अधिकतर इस्तेमाल स्मार्टफोन यूजर्स के द्वारा किया जाता है।

डिजिटल करेंसी क्या है | Digital Currency क्या होती है?

पहले के समय में लोग लेन देन के लिए समान और अनाजों का आदान प्रदान करते थे। फिर धीरे धीरे मुद्राएं आईं जो नोट और सिक्को के रूप में प्रचलित है। इसी नोट और सिक्को के इलेक्ट्रॉनिक रूप को हम ‘digital currency’ कहते हैं।

जैसा कि अब दुनिया पूरी तरीके से डिजिटल होती जा रहीं है इसलिए हमारी currency भी डिजिटल हो रही जो लेन देन के लिए एक सुरक्षित तरीका है। आपके लिए सरल भाषा में हम ये सारी जानकारी लेकर आए हैं कि Digital currency क्या है, भारत में कब और कैसे आया, उसके फायदे क्या हैं और इसका इस्तेमाल हम कहां कहां कर सकते हैं। तो सही जानकारी के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े।

Digital currency क्या है? (What is Digital Currency)

डिजिटल करेंसी या इसे हम ई-रुपया भी कह सकते हैं जो कि नोट और सिक्कों का इलेक्ट्रॉनिक रूप है। डिजिटल करेंसी को हम छू नहीं सकते हैं क्योंकि ये virtual currency है। इसका इस्तमाल हम जैसे नोटों और सिक्को की करते है वैसे ही कर सकते हैं।

देश में डिजिटल इकॉनमी को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसके लिए सरकार प्रयासरत है। उनमें से एक प्रयास ये DIGITAL CURRENCY भी है। इसका एक रूप दुनिया के कई हिस्सों में प्रचलित बिटकॉइन जैसी अनेक क्रिप्टो करेंसी भी हैं। इसे भी पढ़ें- यूपीआई क्या है | यूपीआई आईडी कैसे पता करें, यूपीआई के फायदे

Digital currency कब शुरू हुआ ?

इस डिजिटल करेंसी का नाम CBDC (Central Bank Digital Currency ) भी है, यह एक ऐसी डिजिटल करेंसी है जिसे सेंट्रल बैंक (Central Bank) और RBI द्वारा लांच किया गया है। भारत की वित्तमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने फ़रवरी में बजट के समय यह घोषणा की थी कि इकोनॉमी वर्ष 2022 -23 में RBI द्वारा भारतीय डिजिटल करेंसी लांच की जाएगी। आर.बी.आई (RBI ) द्वारा डिजिटल करेंसी 1 नवंबर 2022 को लांच की गई है, जिसकी 1 unit की कीमत Rs 1 के बराबर है।

इस करेंसी को दो हिस्सो में लांच किया जा रहा है। यह पहला पड़ाव चल रहा है जिसे आरंभिक परियोजना या पायलट प्रोजेक्ट के नाम से जाना जाता है। RBI ने पायलट प्रोजेक्ट के 9 बैंकों के जरिए डिजिटल करेंसी प्राप्त कराने की बात कही है। पहले चरण में मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर में ये सुविधा शुरू होगी। दूसरे चरण में अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्चि, लखनऊ, पटना और शिमला में डिजिटल रुपया मिल सकेगा। जल्द ही इसे देश के बाकी शहरों में शुरू कर दिया जाएगा।

RBI ने 9 बैंकों को इस प्रोजेक्ट के लिए अभी केवल 9 ही बैंक को चुना है,

एच् डी एफ सी बैंक (HDFC Bank )
आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank )
बैंक ऑफ़ बड़ोदा (Bank of Baroda )
आई डी एफ सी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank )
कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank )
यस बैंक (Yes Bank )
यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया(Union Bank of India )
एच् एस बी सी बैंक (HSBC Bank )
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (State Bank of India )

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दूसरे देशों में डिजिटल करेंसी की शुरुवात कब हुई?

आपको बता दे कि डिजिटल करेंसी की शुरुआत बाकी देशों में भारत से पहले ही हो गई थी। China ने अप्रैल 2020 में पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के द्वारा दो पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया, जिसमें लॉटरी सिस्टम से ई-युआन के हिस्से किए गए। फिलहाल, बाकी देश जैसे कनाडा, जापान, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, यूके और यूनाइटेड स्टेट्स और यूरोपीय यूनियन भी बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स (BIS) के साथ मिलकर डिजिटल करेंसी पर काम कर रहे हैं।

डिजिटल करेंसी कैसे इस्तेमाल होता है?

डिजिटल करेंसी को हम पेमेंट के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं, जो टोकन के रूप में इस्तेमाल होगा। यह लीगली इस्तेमाल किया जाएगा किसी भी बिजनेस , सरकार के टेंडर के लिए। वर्तमान में डिजिटल करेंसी की कीमत आजकल इस्तेमाल किए जाने वाले नोट और सिक्कों के बराबर ही हो जायेगी।

बैंको द्वारा मोबाइल में एक वॉलेट की सुविधा दी जायेगी, जिसकी मदद से हम डिजिटल रुपये का लेनदेन कर सकते हैं। इसके साथ ही हमे QR भी दिया जायेगा जिसको स्कैन करके हम पेटेंट कर पाएंगे। digital currency होगी तो हमे कैश की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस करेंसी को हम पर्सन टू पर्सन और पर्सन टू मर्चेंट दोनों ही तरह की पेमेंट की कर सकते हैं।

डिजिटल करंसी के फायदे

पूरी दुनिया में कुछ देश ही ऐसे है जिनकी अपनी डिजिटल करेंसी है। अब भारत का नाम भी उन देशों में आएगा जिसकी अपनी digital currency है। डिजिटल करेंसी के काफी फायदे हैं।

Digital currency का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको हर जगह नगद कैश की जरूरत नहीं पड़ेगी।

आप कही भी बाहर जा रहे हो ,घूमने जा रहे हो तो आपको साथ में कैश नहीं ले जाना पड़ेगा। अपने पैसों को बार -बार जमा करने के लिए बैंक नहीं जाना होगा।

बिना बैंक अकाउंट के भी आप डिजिटल कैश को अपने मोबाइल के वॉलेट में रख सकते हैं। किसी भी प्रकार का ट्रांजेक्शन हो या भुगतान बहुत जल्द ही वो भी आसान तरीके से कर सकते हैं।

यह एक डिजिटल करेंसी है जो कि वर्चुअल है इसलिए नोटों और सिक्कों को बनाने में जो कागज की खपत होती है वो इसमें नहीं होगी। सीमा पार भी आदान प्रदान, बहुत जल्दी और आसान तरीके से हो पाएगी।

इसमें नकली करंसी की समस्या का भी हल होगा। इस करेंसी की हर ट्रांजैक्शन पर सरकार की नजर होगी। देश से बाहर जाने वाली और बाहर से देश में आने वाली ट्रांजैक्शन पर अधिक कंट्रोल हो पाएगा।

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डिजिटल करेंसी को कौन-कौन प्रयोग कर सकेगा ?

अभी इस करंसी को सरकार के द्वारा केवल बड़े भुगतान की राशि के प्रयोग के लिए किया जाएगा। जैसे हम रूपये, नोटों और आजकल के डिजिटल वॉलेट्स जैसे कि PAYTM , PHONEPE, GOOGLE PAY आदि का इस्तमाल करते है और कभी भी अपनी राशि जान सकते है कि बैंक अकाउंट में कितनी है वैसे ही आगे digital currency द्वारा दी गई मोबाइल वॉलेट की सुविधा में भी राशि जान पाएंगे।

डिजिटल करंसी ( Central Bank Digital Currency Wholesale) को अभी केवल थोक यानी wholesale segment के लिए लांच किया है जिसका इस्तेमाल वित्तीय संस्थानों के लिए होगा। डिजिटल करेंसी के दूसरे पड़ाव में रिटेल ( Central Bank Digital Currency Retail) भी लाया जायेगा जिसका इस्तेमाल सभी के लिए होगा।

निष्कर्ष

दोस्तों हमने इस आर्टिकल में आपको बताया है कि Digital Currency क्या होती है? कब ये भारत में आई ,उसके क्या फायदे हैं और कौन इसे इस्तेमाल कर सकता है? यदि आपको ये आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों से भी शेयर करें ताकि वो भी जान सके की Digital currency क्या है। क्योंकि आगे आने वाले समय में हर जगह केवल यही करंसी इस्तेमाल होगी। आपको अगर कुछ भी सुझाव देना हो या मन में कोई भी सवाल तो आप कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट करके बता सकते हैं। हम आपके हर कॉमेंट पर जल्द से जल्द रिप्लाई देने की कोशिश करेंगे।

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F.A.Q.

Q- डिजिटल करेंसी कब लॉन्च हुई?

Ans.- आर.बी.आई (RBI ) द्वारा डिजिटल करेंसी 1 नवंबर 2022 को लांच की गई है , जिसकी 1 unit की कीमत Rs 1 के बराबर है।

Q- डिजिटल करेंसी कितने चरणों में लॉन्च किया गया है?

Ans. डिजिटल करंसी दो भागों में लॉन्च किया जायेगा। पहला चरण है जिसे आरंभिक परियोजना या पायलट प्रोजेक्ट के नाम से जाना जाता है। डिजिटल करेंसी के दूसरे पड़ाव में रिटेल (CBDC-R/ Central Bank Digital Currency Retail) भी लाया जायेगा जिसका इस्तेमाल सभी के लिए होगा।

Q.- RBI ने कितने बैंकों को इस प्रोजेक्ट के लिए चुना है?

Ans.- आरबीआई ने 9 बैंको को चुना है अपने DIGITAL CURRENCY प्रोजेक्ट के लिए।

DMCA क्या है, ये जान लीजिये नहीं तो कोई अनजान आपकी ऑनलाइन सम्पति का मालिक बन सकता है।

DMCA क्या है (DMCA meaning, DMCA takedown, DMCA full form, DMCA policy, dmca notice, Infringement notice, डीएमसीए का इस्तेमाल कैसे करें, फायदा और नुकसान)

DMCA क्या है अगर आप नहीं जानते हैं तो यह जान लीजिए कि इंटरनेट पर मौजूद आपका कोई भी कंटेंट की चोरी कोई भी कर सकता है, और आप कुछ नहीं कर सकते लेकिन आपकी साइट DMCA Protected है तो आपका कंटेंट चोरी होने के बाद भी उसे उसकी साइट से हटवा सकते हैं। अगर कंटेंट चुराने वाला ऐसा नहीं करता है तो आप अपने चोरी हुए कंटेंट के खिलाफ अपील कर सकते हैं। आज इस लेख में डीएमसीए क्या है और इसका उपयोग के बारे में विस्तार से जानेंगे।

आज के डिजिटल युग में इंटरनेट पर अपलोड किये जाने वाले content के दुरुपयोग का मामला बढ़ता जा रहा है। जिससे कॉपीराइट अधिकारों की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गई है। ऐसे में डीएमसीए एक महत्वपूर्ण विकल्प के तौर पर दिखता है जो कॉपीराइट अपराधों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करने में सहायता करता है और ऑनलाइन संपदा को सुरक्षित करता है। 1 मिनट में जानें कि आपके आधार से कितनी सिम ACTIVE हैं | Tafcop Portal

DMC क्या है और इसका उपयोग क्या है (What is DMCA in hindi

क्या आपने इसके बारे में जरूर सुना होगा। DMCA Full Form-  Digital Millenium Copyright Act होता है। यह एक कानूनी विकल्प है जो ऑनलाइन संपदा की सुरक्षा और कॉपीराइट अधिकारों की संरक्षा करने के लिए तैयार किया गया  है। इसे अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के द्वारा 1998 में पास किया गया था और यह digital content creator के लिए एक सुरक्षा कवच प्रदान करता है। इससे कॉपीराइट उल्लंघन करने वालों के ऊपर मुकदमा दर्ज किया जा सकता है।

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DMCA का अर्थ

डीएमसीए (DMCA) एक अमेरिकी कानून है जो ऑनलाइन संपदा की सुरक्षा करने और कॉपीराइट अधिकारों की संरक्षा करने के लिए बनाया गया है। यह कॉपीराइट मतलब ऑनलाइन कंटेंट की चोरी कर इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ मूल स्वामी द्वारा कानूनी कार्रवाई करने के लिए रास्ता प्रदान करता है। डीएमसीए से ऑनलाइन कंटेंट के गैरकानूनी उपयोग और प्रसारण की रोकथाम संभव हो पा रही है।  

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DMCA का इस्तेमाल क्यों किया जाता है?

  • DMCA का इस्तेमाल करने का पहला मुख्य कारण है, बिना इजाजत आपकी सामग्री का इस्तेमाल करने वाले पर DMCA इन्टेक फाइल कर अपना कंटेंट उसके साइट या पोर्टल से हटवा सकते है। 
  • जब आपकी वेबसाइट पर DMCA BADGE मौजूद होता है तो कोई CREATOR आपके कंटेंट को चोरी करने से डरता है। 
  • इससे आप वेबसाइट या ब्लॉग की पूरी सामग्री की सुरक्षा कर सकते हैं। DMCA PRO PLAN लेने से कोई आपकी साइट की कॉपी नहीं कर सकता, और करता है तो आपके पास उसकी पूरा विवरण प्राप्त हो जाता है।  
  • जिसके बाद आप उसपर क़ानूनी करवाई कर सकते है।
  • डीएमसीए कॉपीराइट अधिकारों की संरक्षा करने में मदद करता है। यह डिजिटल अपराधियों के खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई के लिए सुरक्षित मार्ग प्रदान करता है और कॉपीराइट स्वामी को अपनी सामग्री को सुरक्षित रखने के लिए सक्षम बनाता है।

कॉपीराइट अधिकार क्या हैं?

कॉपीराइट अधिकार एक कानूनी सुरक्षा है जिससे Creative digital content को सुरक्षित किया जा सकता है। यह एक व्यक्ति या Group को उसकी ONLINE Creative Property पर नियंत्रण और सुरक्षा प्रदान करता है ताकि कोई भी बिना Permission इसका उपयोग नहीं कर सकता। DMCA यानि कॉपीराइट अधिकार के तहत, रचनात्मक कार्यों जैसे कि Songs, Articles, Photos, Movies, books और वेबसाइट या आपके ब्लॉग को सुरक्षित किया जा सकता है।  

DMCA का इस्तेमाल कैसे करें?

इसे बहुत ही आसानी के साथ DMCA.COM पर अकाउंट बनाने के साथ शुरू किया जा सकता है। तत्पश्चात कुछ जरुरी विवरण को भरने के पश्चात DMCA Badge को अपने ब्लॉग या वेबसाइट में संलग्न कर सकते हैं। DMCA के दो प्लान है एक FREE और PAID PLAN जिसे कुछ शुल्क देकर लिया जा सकता है। वैसे इसके PAID PLAN में एक से अधिक TAKEDOWN ले सकते है और फ्री प्लान में मात्र 1 बार।     

DMCA कैसे काम करता है?

जब कोई आपकी DMCA Protected सामग्री का गलत इस्तेमाल करते है तो आप उन्हें एक infringement Notice भेज सकते हैं। इस नोटिस में उस व्यक्ति या कंपनी के द्वारा कंटेंट चोरी करने के बारे में बताया जाता है और उनसे अपनी सामग्री को हटाने के लिए कहते है। अगर ऐसा नहीं होता है और content चोरी कर इस्तेमाल करने वाले के द्वारा नजरअंदाज किया जाता है, तो ऐसे में कॉपीराइट स्वामी को कोर्ट के पास digital matching program जारी करने का अधिकार होता है। 

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DMCA Notice कैसे लिखा जाये?

DMCA Notice लिखने के लिए कुछ जरुरी विन्दुओं पर प्रकाश डालना आवश्यक है जो निम्नलिखित है –

  • Signature
  • Copyright Property का विवरण जिसमे Original URL का इस्तेमाल जरुरी है 
  • Infringement URL 
  • आपका contact no. 
  • DMCA को विस्वाश में लेते हुए मेल लिखे जैसा आपके साथ हुआ है। 

DMCA Notice: ये एक सामान्य प्रकार का नोटिस होता है जिसे original creator चोरी करने वाले के खिलाफ जारी करता है। यह नोटिस इन्फ्रिंजमेंट कहलाता है और उसमें अपराधी को सूचित किया जाता है और कंटेंट हटाने के लिए कहा जाता है।

DMCA Technology: डीएमसीए टेक्नोलॉजी एक सुरक्षा तंत्र होता है जिसे वेबसाइट या प्लॅटफॉर्म अपनी सामग्री की सुरक्षा के लिए उपयोग करते हैं।

DMCA Locker: डीएमसीए लॉकर एक सुरक्षा होती है जो कंटेंट की सुरक्षा के लिए उपयोग होती है। इसमें, ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म  DMCA Badge: उपयोगकर्ताओं की सामग्री को सुरक्षित रखता है। 

DMCA से फायदा

  • आपके कंटेंट को चोरी करने वाले को रिपोर्ट कर सकते है। 
  • कंटेंट चोरी होने की अवस्था में तुरंत मॉनिटर करने के साथ ज्यादा सुरक्षित भी कर सकते हैं। 
  • जब आपके पास DMCA Badge होता है और कोई आपके कंटेंट को चोरी कर इस्तेमाल करना चाहता है तो आप उसे DMCA लगाने के बारे में बता सकते हैं।  

DMCA से नुकसान 

अवैध प्रतिबंध: DMCA अवैध प्रतिबंध नहीं है और इसका इस्तेमाल केवल डिजिटल कंटेंट कॉपीराइट के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने पर इस्तेमाल किया जाता है। यह किसी भी अन्य अपराधों के खिलाफ मान्य नहीं होता है।

आपत्तिजनक सामग्री: DMCA का उपयोग आपत्तिजनक सामग्री को रोकने के लिए नहीं किया जाता है। यह केवल कॉपीराइट उल्लंघनों पर कानूनी कार्रवाई की जाती  है।

IMP: डीएमसीए अमेरिका में ही लागू होता है और इसका प्रभाव केवल ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्मों पर होता है।

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FAQ –

Q – डीएमसीए शिकायत क्या है?

ANS. किसी वेबसाइट के कंटेंट को चोरी करने पर चोरी करने वाले के खिलाफ DMCA के पास शिकायत की जाती है।

Q – डीएमसीए का मतलब क्या होता है?

ANS. डिजिटल कंटेंट को चोरी या गलत इस्तेमाल से रोकने के लिए बनी अथॉरिटी DMCA कहलाती है।

Q – डीएमसीए अच्छा क्यों है?

ANS. ORIGINAL CREATOR OWNER अपने कंटेंट के चोरी होने से रोक सकता है। DMCA Badge लगा होने से कोई भी उस कंटेंट की चोरी या कॉपी करने से बचता है।